Jhunjhnu: राजस्थान के झुंझनू में एक ऐसा मंदिर है जो किसी भगवान को नहीं बल्कि व्यक्ति विशेष को समर्पित है। यहां हजारों की संख्या में दर्शन करने के लिए आते हैं। यह झुंझनू जिले का प्रमुख स्थल माना जाता है। ये देखने में बिल्कुल राजमहल जैसा है। इस पूरे मंदिर को सफेद संगमरमर से बनाया गया है। यह मंदिर माता सती का मंदिर है, जो लगभग 400 साल पुराना है। 

रानी सती को समर्पित है मंदिर

यह मंदिर किसी देवी देवता को नहीं बल्कि राजस्थान की रानी सती को समर्पित है। देश भर में लोग माता सती के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं। यहाँ पर भाद्रपद के महीने में आयोजित होने वाले धार्मिक अनुष्ठान को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इस मंदिर के परिसर में षोडस माता का मंदिर है, जिसमें 16 देवियों का वास है। इसके अलावा इस मंदिर के परिसर में शिवजी, गणेश जी, लक्ष्मी नारायण जी, राम और सीता जी का मंदिर भी बना हुआ है। रानी सती के इस मंदिर को देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक माना जाता है। 

शक्ति का प्रतीक हैं रानी सती

लोगों का मानना है कि रानी सती माता दुर्गा का रूप और शक्ति का प्रतीक थी। उन्होंने अपने पति के हत्यारों को मारकर बदला लिया था और फिर अपनी इच्छा से सती हो गयी थी। बता दें कि मंदिर प्रशासन का कहना है कि वे सती प्रथा का विरोध करते हैं। यह मंदिर की दीवारों पर भी बड़े बड़े अक्षरों मे लिख है। 

मंदिर खुलने और बंद होने का समय

अगर आप भी इस मंदिर में दर्शन करने जा रहे हैं तो इसे खुलने और बंद होने का समय जरूर जान लीजिये। यह मंदिर सुबह 5 बजे खुलकर दोपहर 1 बजे बंद हो जाता है। फिर दोबारा दोपहर 3 बजे खुलकर रात 10 बजे बंद होता है। इसे मंदिर का कार्यालय सुबह 9 बजे खुलता है और रात 8 बजे बंद होता है। शनिवार और रविवार के दिन इस मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है।