Dali Bai Temple: भारत विविधताओं में एकता का देश है। जब भी इस देश में धर्म की बात होती है, तो सर्वधर्म समभाव की बात कही जाती है। यूं तो भारत में कई धर्म के लोग रहते हैं, लेकिन हिंदू और मुस्लिम धर्म की बात काफी प्रमुखता से कही जाती है। ऐसे में राजस्थान के जोधपुर जिले का एक छोटा सा गांव जो हिंदू मुस्लिम धर्म से ऊपर सौहार्द की प्रतीक को पेश करते हैं। इस गांव की ऐसी मिसाल जहां मुस्लिम पुजारी देवी मां की न सिर्फ सेवा करते है, बल्कि उपसाना करने के साथ ही माता के बहुत बड़े भक्त भी है।
600 सालों से मुस्लिम परिवार पुजारी
ऊंची पहाड़ियों पर स्थित माता रानी के इस मंदिर में पिछले 600 सालों से एक मुस्लिम परिवार पुजारी बनकर देवी मां की सेवा करते हैं। वर्तमान समय में इस मंदिर के पुजारी जमालुद्दीन खां हैं। इस मंदिर पर चढ़ाई करने के लिए श्रद्धालुओं को 500 सीढ़ियां और 11 पोल को पार करना पड़ता है। दिलचस्प बात यह है कि इस मंदिर की मुस्लिम पुजारी को धर्म को लेकर कोई पाबंदी नहीं है, जिस वजह से वह माता की उपासना करने से लेकर रोजा भी रखते हैं।
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कैसे बना एक मुस्लिम परिवार पुजारी?
इस मंदिर की पुजारी बताते हैं कि सिंध प्रांत में 600 साल पहले भारी अकाल पड़ा था। जिसके बाद उनके पूर्वज यहां आकर बस गए। वह यह भी बताते हैं कि उस समय अकाल के कारण इनके पूर्वज ऊंटों के काफिले को लेकर मालवा जा रहे थे। रास्ते में ऊंट की तबीयत काफी बिगड़ गई। जिस वजह से उन लोगों को वहीं रुकना पड़ गया। आगे वह बताते हैं कि उनके पूर्वजों के सपने में माता आई और कहा कि मंदिर से थोड़ा भभूत ऊंट को लगाने के लिए, माता द्वारा कही गई इस बात को उनके पूर्वज मानते हैं। जैसे ही ऊंट को भभूत लगाते हैं वह ठीक हो जाता है। तब से माता की इस कृपा में उनके पूर्वज को भरोसा हो गया। तब सेवा माता की सेवा कर रहे हैं।