Rajasthan Dargahs: राजस्थान एक ऐतिहासिक राज्य है। जो सिर्फ राजपूत वास्तुकला और इतिहास के लिए प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि इसमें मुगल काल की कई संरचनाएं और दरगाह भी शामिल हैं, जो उस समय की वास्तुकला और मुगल काल को प्रर्दशित करतीं है। वर्तमान समय में राजस्थान में एक बड़ी मुस्लिम आबादी  निवास कर रही है, इसलिए उनकी इबादत के लिए यहांं कई मस्जिदों और तीर्थों की स्थापना की गई।

जिसकी मान्यता मुस्लिम समुदाय के साथ साथ सभी धर्म समुदाय के लोग करते हैं। इन दरगाहों को पर्यटन स्थानों में भी जाना जाता है। इन दरगाहों के चमत्कार किसी रहस्य से कम नहीं है, जिसे सदियों से पर्दा नहीं उठा।

अजमेर शरीफ दरगाह

राजस्थान के प्रमुख दरगाहों में एक है अजमेर शरीफ दरगाह, जिसकी मान्यता मुस्लिम समुदाय के साथ सभी धर्मों के लोग मानते हैं। यहां मोइनुद्दीन चिश्ती का मकबरा थी। कहा जाता है कि मोइनुद्दीन के पास अद्भुत शक्तियां थी, जिसके वजह से आज भी लोग दूर दूर से यहां आतें है और दुआ मागते हैं। इस दरगाह में भारत समेत विदेश से भी लोग आते हैं। यह राजस्थान के प्रसिद्ध मुस्लिम तीर्थस्थल है जहां हर रोज हजारों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। 

तर्कीन दरगाह

राजस्थान की प्रसिद्ध दरगाह में से एक है तर्कीन दरगाह। जो की नागौर किले की दीवारों के अंदर स्थित है। ऐसा कहां जाता है कि यह दरगाह अजमेर-ए-शरीफ दरगाह के बाद मुस्लिम समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। इस दरगाह को ख्वाजा हमीदुद्दीन नागौरी की याद में बनाया गया था, जो कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के विश्वसनीय लोगों में से एक थे, इनके पास एक अद्भुत शक्ति थी जिसकी मान्यता अभी भी लोगों के बीच में है। कहां जाता है कि जो लोग सच्चे दिल से यहां दुआ मागते है उनकी दुआ जरुर कबूल होती हैं। 

नबी कादी हामिद अल-दीन

राजस्थान के पाली जिले के खराडी इलाके में नबी कादी हामिद अल-दीन दरगाह स्थित है। जिसे 13वीं शताब्दी के अंत या 14वीं शताब्दी के प्रारंभ में सुल्तान अल-तारिकिन ने बनवाया था। कहां जाता है इस दरगाह में मट्ठा ठिकाने वाले व्यक्ति की परेशानी दूर हो जाती हैं। इसलिए इस दरगाह या मस्जिद की मान्यता दूर-दूर के लोग मानते हैं। यहा हर दिन हजारों के संख्या में लोग आतें है और दुआ मागते हैं।