हमारे देश में ऐसे कई सारे मंदिर हैं, जहां के बारे में सुनने के बाद दिमाग काम नहीं करता है। मंदिर के कुछ ऐसे नाम भी होते हैं कि सुनकर कंफ्यूजन होने लगता है। चूहा मंदिर, छिपकली देवी मंदिर, बुलेट बाबा मंदिर जैसे कई तरह के अनोखे नाम के मंदिर स्थित हैं। इन मंदिरों के बारे में जानकार कई बार हम सोच में पड़ जाते हैं।
राजस्थान देश का ऐसा राज्य है जहां तनोट माता मंदिर, सांवरिया सेठ मंदिर, कांगनाथ मंदिर जैसे रहस्यमई मंदिर स्थित हैं। आज हम आपको इसी राज्य के ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे, जिसके बारे में सुनकर आप भी भौचक्के रह जाएंगे। मेवाड़ के एक छोटे से गांव में स्थित इस मंदिर में देवी का अग्नि स्नान के बारे में जानने के बाद आप भी चौंक जाएंगे। इस मंदिर में देवी अग्नि स्नान करती हैं और बीमारियों का भी इलाज होता है।
कैसे पहुंचे ईडाणा शक्तिपीठ?
उदयपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित बंबोरा नामक एक जगह है जहां पर ईडाणा शक्तिपीठ स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको करीब 40 किलोमीटर तक चितौड़ रोड का सफर करना पड़ेगा। इसके बाद पहाड़ी पर सिगंल लेन वाला रोड बनाया गया है, जिसमें आराम से चलने जैसा है।
इस जगह पर दूर देश से लोग इकठ्ठा होते हैं और अपनी मनोकामना को मांगते हैं। इसके प्रांगण में जाने के बाद मेले और त्यौहार जैसा माहौल बन जाता है। इस मंदिर के परिसर में मुर्गे भी दिखाई देते हैं।
साल में 10 से 12 बार माता करती हैं अग्नि स्नान
ईडाणा शक्तिपीठ को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस जगह पर माता साल में 10 से 12 बार माता अग्नि स्नान करती हैं। इस अग्नि स्नान के दौरान ऐसा होता है कि यहां स्थित आसपास की मूर्तियां अपने आप जल जाती हैं और आग लगता है। इस आग की लपटें 20 फीट तक ऊपर पहुंच जाती हैं। इस वजह से वहां चढ़ाए गए लाल चुनरी, नारियल माता का श्रृंगार के साथ काफी कुल जलकर राख बन जाती है और फिर आप खुद बुझ जाती है।
इस अनोखी घटना की वजह से ही यहां मूर्ति खुले चौक में स्थित है। मूर्ति के पीछे कई बड़े बड़े त्रिशूल भी लगाए गए हैं। जब भारी चढ़ावे के बाद भार बढ़ जाता है तो माता अपने आप अग्नि स्नान करती हैं। इस चमत्कारी दृश्य को देखने के लिए भारी संख्या में लोग जमा होते हैं। यह कई घंटों तक चलता है।