Shri Sachiyay Mata ji: राजस्थान के नागौर जिले में एक मंदिर स्थित है, जो जैन और हिन्दू धर्म की आस्था का प्रतीक माना जाता है। यहां आपको माता और भगवान आदिनाथ का मंदिर देखने को मिलेगा। सभी धर्म के लोग यहां अलग-अलग राज्यों से दर्शन करने आते हैं। खासतौर पर नवरात्रों के समय यहां भक्तों का तांता लगता है। सच्चियाय माता के इस मंदिर का वर्णन आपको रामायण और महाभारत में मिल जाएऐंगे। इस मंदिर की चित्रकारी देखने बनती है। संस्कृति भाषा में किया गया चित्रण लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। ऐसा माना जाता है कि जो भी अविवाहित भक्त यहां आकर परिक्रमा करते हैं तो उसकी तुरंत शादी तय हो जाती है।
मंदिर का रहस्य
मंदिर के पुजारी के मुताबिक यह मंदिर ओसियां जिले में स्थित सच्चियाय माता मंदिर का ही एक शाखा है। माता की मूर्ति को एक खेत में 10 फीट की खुदाई करके स्थापित किया गया है। बताया जाता है कि एक बार माता ने गांव के निवासी राउतमल के स्वप्न में आकर मूर्ति स्थापना की बात की थी, जिसके बाद मां की मूर्ति की स्थापना की गई और भव्य मंदिर बनवाया गया।
शादी ना होने पर लोग लगाते हैं परिक्रमा
इस मंदिर की मान्यता है कि जिसकी भी शादी नहीं हो रही या किसी को बच्चों का सुख नहीं है, तो वे यहां आकर माता के मंदिर की परिक्रमा करते है तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
500 साल से जैन धर्म के लोग कर रहे माता की पूजा
दो धर्मों के लोगों द्वारा की जा रही माता की सेवा से यह मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है। इस स्थान पर न केवल माता की मंदिर बना हुआ लेकिन जैन धर्म के आदिनाथ भगवान की भी प्रतिमा भी यहां स्थापित की गई है। माना जाता है करीब 500 साल से जैन धर्म के लोग यहां आदिनाथ भगवान के साथ माता की भी पूजा अर्चना कर रहे हैं।