Khatu Shyam Ji: राजस्थान के सीकर जिले में खाटू श्याम जी कस्बे में बाबा श्याम जी विराजमान हैं। यहां हर साल फाल्गुनी लक्खी मेले का आयोजन किया जाता है। फाल्गुनी लक्खी मेला 12 दिनों के लिए लगता है। आज से मेले की शुरुआत हो चुकी है। भव्य तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए बाबा श्याम जी का मंदिर दुल्हन की तरह तैयार किया गया है। 200 बंगाली कारीगरों ने रात-दिन मेहनत करके बाबा श्याम के मंदिर की सजावट को अंतिम रूप दिया है।
इन लीलाओं का कर सकेंगे दर्शन
वहीं मेले की सुंदरता को बढ़ाने के लिए अनोखे दृश्य देखने को मिलेंगे। बाबा वीर बर्बरीक शेरों के साथ बाल लीलाओं के आकर्षक श्रृंगार में नजर आएंगे। वहीं बाबा के मंदिर में कई अनोखी प्रतिमाएं भी लगाई गई हैं। मंदिर में श्रद्धालु अर्जुन को गीता उपदेश देते हुए श्रीकृष्ण के दर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा भगवान श्रीराम, नीले घोड़े पर सवार वीर बर्बरीक, माता सरस्वती, तीन बाण और कृष्ण संग गोपियों की मनमोहक रास लीलाएं भी देखने को मिलेंगी।
12 दिवसीय लक्खी मेले की शुरुआत
बता दें कि आज से 12 दिवसीय वार्षिक लक्खी मेले की शुरुआत हो गई है। इस मेले में देश विदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु हिस्सा लेने और बाबा श्याम के दर्शन करने आते हैं। वहीं इस बार मेले में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए श्याम मंदिर कमेटी और प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। भक्तों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
बाबा श्याम के दर्शन के लिए 37 किलोमीटर लंबा सफर करना होगा तय
वहीं प्रशासन ने महाकुंभ में हुई भीड़ और संभावित अव्यवस्थाओं को देखते हुए मंदिर तक पहुंचने का रास्ता जिगजैग किया है। रींगस से खाटूश्यामजी मंदिर तक दर्शन व्यवस्थाओं में चारण मेला मैदान में दो ब्लॉक बढ़ाए गए हैं। इस तरह अब 6 ब्लॉक हो गए हैं। अब श्रद्धालुओं को रींगस से होते हुए श्याम मंदिर तक आने में लगभग 37 किलोमीटर लंबा सफर तय करना होगा।
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