Laxmi temple: ऐसा कहा जाता है कि यदि आप मां लक्ष्मी की पूरी आस्था से पूजा करते हैं, तो आपके घर में धन की कभी कमी नहीं होती है। भारत में मां लक्ष्मी ऐसे कई प्राचीन मंदिर हैं जहां लोगों की भीड़ से ही मंदिर की महिमा का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसा ही एक माता लक्ष्मी का मंदिर राजस्थान के उदयपुर में स्थित हैं। मां लक्ष्मी के हर मंदिर में माता या तो कमल पर विराजित होती है या फिर उल्लू पर बैठी नजर आती हैं, लेकिन यह मंदिर एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां मां लक्ष्मी सफेद रंग के हाथी पर विराजित हैं। 450 साल पुराने लक्ष्मी मंदिर की मूर्ति समुद्र मंथन के समय प्रकट हुई थीं। 

बचे हुए पत्थरों से हुआ था मंदिर का निर्माण 

इस मंदिर का निर्माण तत्कालीन राजा महाराणा जगत सिंह के कार्यकाल के दौरान बनाया गया था। कहा जाता है कि जगदीश मंदिर बनाने के समय बचे हुए पत्थरों और सामग्री से इस मंदिर का निर्माण कराया था। मान्यता है कि इस मंदिर में स्थित मां लक्ष्मी की मूर्ति समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुई थीं और इसे महाराणा जगत सिंह भीनमाल से लाए थे। खास बात यह है कि माता कि मूर्ति न तो कमल के फूल पर विराजित है और ना ही अपनी सवारी उल्लू पर, इस मंदिर की प्रतिमा पर मां लक्ष्मी सफेद रंग के हाथी पर विराजित हैं।   

दिवाली के खास अवसर पर आते हैं हजारों भक्त

बता दें कि यह मंदिर लेक सिटी उदयपुर के भट्टीयानी चोहट्टा पर स्थित है। दिवाली के अवसर पर यहां भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। पूरे मंदिर को दियो और लाइटों से सजा दिया जाता है। मान्यता है यहां माता के दर्शन मात्र से ही भक्तों की धन से जुड़ी सभी समस्याएं और कर्जे से दूर हो जाते है।