Kota Temple: राजस्थान का कोटा शहर जो शिक्षा के क्षेत्र में सबसे पहले आता है, जहां अलग अलग शहरों और राज्यों से बच्चे प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए आते हैं। बच्चे अपनी मेहनत के साथ दूसरा विश्वास भगवान पर होता हैं।
कोटा में एक ऐसा मंदिर है, जिसको लेकर लाखों बच्चों की आस्था जुड़ी हुई है। इस मंदिर को राधा कृष्ण के नाम से जाना जाता है, जो कोटा के तलवंडी में स्थित है। इस मंदिर को लेकर बच्चों का अपना एक विश्वास है, जिसमें वो अपनी इच्छा को दीवारों पर लिखते है।
कोटा के मंदिर की मान्यता
इस मंदिर की एक मान्यता है कि जो भी यहां NEET व JEE व अन्य परीक्षा की तैयारी करने आते है वो इस मंदिर की पीछे की दीवार पर अपनी सिलेक्शन की इच्छा पूरे विश्वास से लिखते है और उनके इसी विश्वास और मेहनत के कारण मनोकामना पूरी भी हो जाती है। राधा कृष्ण मंदिर के इस अटूट विश्वास को देखते हुए इस दिवार को विश्वास की दिवार के नाम से जाना जाता हैं।
साल 2000 से शुरू लिखने का सिलसिला
कोटा के इस मंदिर में दीवारों पर लिखना साल 2000 से शुरू किया था, उसके बाद ही इस मंदिर में दर्शन करने वाले सभी स्टूडेंटस द्वारा यहां दीवारों पर अपनी मनोकामना लिखी जाने लगी। जिसमें कई विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता मिलने के कारण मंदिर की चर्चा कोटा की हर जगह होने लगी। वहीं धीरे धीरे इस मंदिर की मान्यता बढ़ने लगी और लिखने का सिलसिला भी बढ़ता चला गया।
साल में दो बार पेंट
इस मंदिर की दीवारों को साल में दो बार पेंट किया जाने लगा। यहां दीवारों के पेंट करवाने की वजह ये नहीं है कि इससे दीवार को गंदी लगती है, बल्कि ये है कि ज्यादा से ज्यादा नए बच्चें अपनी इच्छा लिख सकें।
इसे भी पढे़:- Pandeshwar Mahadev Mandir: राजस्थान के इस मंदिर में पांडवों ने बनाए थे पांच कुंड, महाशिवरात्रि के दिन उमड़ती है भक्तों की भीड़