Jodhpur Tour: थार रेगिस्तान के किनारे बसा जोधपुर ब्लू सिटी के नाम से जाना जाता है। इसकी वजह यह है कि यहां पर घरों के रंग नीले होते हैं। जोधपुर अपनी संस्कृति और खूबसूरती के लिए देश-विदेश में काफी मशहूर है। अगर आप भी जोधपुर जाने का प्लान बना रहे हैं तो इन जगहों पर जाना ना भूलिएगा। आज के इस लेख मैं आपको बताएंगे कि जोधपुर में आप कहां-कहां घूम सकते हैं और कहां ठहर सकते हैं। 

मेहरानगढ़ किले से लेकर जसवंत थड़ा तक 

जयपुर में स्थित मेहरानगढ़ किला राव जोधा द्वारा 1400 के दशक में बनवाया गया था। शहर से 400 फीट की ऊंचाई पर बने इस किले की खास बात यह है कि आप यहां से पूरे शहर के खूबसूरत दृश्य को देख सकते हैं। इस किले की खूबसूरत नक्काशीदार बालकानिया और शाही वेशभूषा एवं हथियारों का छोटा सा संग्रहालय पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। इसी के साथ थोड़ी ही दूरी पर स्थित जसवंत थड़ा जिसे मारवाड़ का ताजमहल भी कहा जाता है एक छोटी सी झील के किनारे शांत बगीचों में स्थित है। यह सफेद संगमरमर से बना हुआ है जो सूरज की रोशनी में चमकते हुए काफी खूबसूरत नजर आता है। 
इसी के साथ आप जोधपुर की तूरजी का झालरा बावड़ी भी देखने जा सकते हैं। यह बावड़ी 1700 के दशक में बनवाई गई थी। लोग इसकी पत्थर की सीढ़िया से नीचे उतरते वक्त ठंडे पानी का आनंद लेते हैं और लाल बल्ब पत्थर पर तस्वीर खींचते हैं।

लीजिए जोधपुर के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद 

जोधपुर का खाना चख कर आपकी जबान भी बोल उठेगी वाह वाह। अगर आप अपनी जबान को यह लजीज एहसास देना चाहते हैं तो आप जिप्सी रेस्तरां में लाल मास, दाल बाटी चूरमा और केर सांगरी जैसे व्यंजनों से भरी पारंपरिक राजस्थानी थाली का स्वाद ले सकते हैं। अगर आप मीठे के शौकीन है तो श्री अरोड़ा की मीठी जलेबी खा सकते हैं। अगर आपको हल्का-फुल्का कुछ खाना है तो टूरजी का झालरा पर स्थित स्टेपवेल कैफे में आप सैंडविच, स्मूदी बाउल और आइस कॉफी ट्राई कर सकते हैं।

कहां ठहरे 

अगर आप कम बजट में इस ट्रिप का आनंद लेना चाहते हैं तो आप आईटीसी के वेलकम होटल में विश्राम कर सकते हैं। यहां आपको मारवाड़ी वास्तुकला के साथ-साथ आरामदायक कमरे मिलेंगे। इसी के साथ आप जॉस्टेल जोधपुर में हेरीटेज हवेली के डॉर्म और प्राइवेट रूम भी ट्राई कर सकते हैं। साथ ही वहां पर छत पर एक लाउंज भी है जहां से मेहरानगढ़ किले का साफ नजर दिखाई देता है। सिंघवी की हवेली भी एक बेहतर विकल्प हो सकती है क्योंकि वह एक पारंपरिक गेस्ट हाउस है। 

कहां करें खरीदारी 

मसाले और चाय के साथ-साथ रंग बिरंगी चूड़ियों और टाई एंड डाई स्कार्फ जैसी चीजों के लिए आप क्लॉक टावर मार्केट में जा सकते हैं। सोजती गेट में आपके हाथ से बने जूते और गहने मिलेंगे। मेहरानगढ़ किले के पास सजी छोटी-छोटी दुकान आपको पीतल के लैंप और नक्काशीदार लकड़ी की पेटी जैसे प्राचीन वस्तुओं से भरी हुई दिखेंगी।

कब और कैसे जाएं 

जोधपुर घूमने के लिए सबसे बढ़िया वक्त अक्टूबर से मार्च तक का है। इन दिनों आपको हल्की-हल्की ठंडा का एहसास होगा। अगर आप हवाई मार्ग से जा रहे हैं तो आप दिल्ली मुंबई और जयपुर से फ्लाइट ले सकते हैं। जोधपुर हवाई अड्डा शहर के केंद्र से मात्र 5 किलोमीटर दूर है। 
ट्रेन से जाने के लिए आपको जोधपुर जंक्शन पकड़नी होगी। यह आपको दिल्ली और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों से मिल जाएगी।

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