Gadisar Lake: राजस्थान का नाम सुनते ही लोगों के मन में रेगिस्तान की छवि आ जाती है। लेकिन लोगों को यहां की झीलों की खूबसूरती के बारें में नहीं पता है। इन्हीं झीलों में से एक है जैसलमेर की गड़ीसर झील, जो पर्यटकों की सूची में सबसे पहले आती है। इसकी नींव राजा रावल जैसल के द्वारा रखी गई थी। राजा ने झील का निर्माण अपनी प्रजा को पानी की कमी से बचाने के लिए किया था। यहां कुछ लोग शांति में कुछ समय बिताने के लिए आते हैं। वहीं कुछ लोग अपने परिवार के साथ झील में बोटिंग और मजे करने के लिए आते हैं।

गड़ीसर झील का इतिहास

12वीं शताब्दी में गड़ीसर झील की नींव राजा रावल जैसल ने रखी थीं, जिन्होंने इसका निर्माण पानी कमी के चलते करावाया था। प्रजा को इस संकट से बचाने के लिए राजा ने झील को बनवाया था। इसके बाद 1400 ईं में महारावल गडसी सिंह ने इसका कार्य पूरा कराया था। जिसके बाद ही इसका नाम गडसीसर झील रखा गया था। 

सैलानियों के लिए नांव की सवारी भी उपलब्ध

यदि आप इस झील में घूमने के लिए आते हैं, तो यहां आपको नांव में झील का नजारा देखने को मिलेगा। इसके अलावा आप यहां आकर पानी में मछलियों को दाना भी डाल सकते हैं। साथ ही आप झील के किनारे आराम से टहल कर वातावरण का मजा ले सकते हैं। 

पर्यटन स्थल से जुड़ी अन्य जानकारी

आपको बता दें कि यहां आने का सही समय अक्टूबर से मार्च है, क्योंकि इस समय ना तो ज्यादा ठंड रहती है और ना ही ज्यादा गर्मी। यह झील सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक खुली रहती है। अगर आप रो बोट करना चाहते हैं, तो आपको प्रति व्यक्ति 10 रूपए देना होगा। इसके अलावा पैडल बोट के लिए 50 रूपए का भुगतान करना पड़ेगा। यदि आप शिकार की सवारी में रूचि रखते हैं तो आपको 100 रूपए प्रति व्यक्ति के लिए देना होगा।