30 Oct 2024
क्या आप जानते है पुष्कर के ऊंट मेले का इतिहास?
ऊंटों की विशाल खरीद-फरोख्त – यह मेला ऊंटों के व्यापार के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है, जहां हजारों ऊंट खरीदे-बेचे जाते हैं।
रंग-बिरंगी सजावट और प्रतियोगिताएं – ऊंटों को पारंपरिक आभूषण और रंगों से सजाया जाता है, और उनके बीच दौड़, नृत्य और सजावट प्रतियोगिताएं आयोजित होती हैं।
अद्वितीय सांस्कृतिक अनुभव – यह मेला राजस्थानी लोक संगीत, नृत्य और पारंपरिक कार्यक्रमों से भरपूर होता है, जो पर्यटकों को आकर्षित करता है।
हस्तशिल्प और बाज़ार – मेले में राजस्थानी हस्तशिल्प, कपड़े, गहने और अन्य वस्तुएं खरीदने के लिए अलग-अलग स्टॉल लगाए जाते हैं।
धार्मिक महत्व – मेले के दौरान लोग पवित्र पुष्कर झील में स्नान करते हैं और ब्रह्मा मंदिर के दर्शन करते हैं, जो धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।
स्थानीय पशु मेले की परंपरा – ऊंटों के अलावा अन्य मवेशियों जैसे घोड़ों, बैलों का भी व्यापार होता है, जिससे यह मेला राजस्थान की ग्रामीण परंपरा को दर्शाता है।
अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन केंद्र – पुष्कर मेला दुनियाभर के पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है, जिससे यहां हर साल बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं।