30 Oct 2024
आखिर क्यों है सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्राचीन स्थल राजस्थान ? जानें यहां
कालिबंगा: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में स्थित कालिबंगा सिंधु घाटी सभ्यता का प्रमुख स्थल है। यहां पर कई महत्वपूर्ण पुरातात्विक अवशेष मिले हैं, जिनमें अनाज भंडारण, हवन कुंड, और घरों के साक्ष्य शामिल हैं।
शहरी नियोजन: कालिबंगा में भी सिंधु घाटी सभ्यता की तरह सुनियोजित नगर निर्माण और जल निकासी प्रणाली देखने को मिली है। यह दर्शाता है कि राजस्थान में भी इस सभ्यता का प्रभाव और विकास था।
कृषि आधारित समाज: कालिबंगा के पुरातात्विक साक्ष्यों से पता चला है कि सिंधु घाटी सभ्यता के लोग कृषि पर निर्भर थे और राजस्थान में गेहूं और जौ की खेती का उल्लेख मिलता है।
कला और संस्कृति: राजस्थान के कई इलाकों में खुदाई के दौरान सिंधु घाटी की कला के साक्ष्य मिले हैं। मृणमूर्तियां, मिट्टी के बर्तन, और चूड़ियों के अवशेष उस समय की उन्नत कारीगरी का प्रदर्शन करते हैं।
शिकारी जीवन से कृषि जीवन की ओर: राजस्थान में मिले पुरातात्विक अवशेष यह बताते हैं कि यहां के लोग शिकारी जीवन से कृषि जीवन की ओर स्थानांतरित हो रहे थे। यह सिंधु घाटी सभ्यता का ही प्रभाव था।
सामाजिक संरचना: सिंधु घाटी सभ्यता में समाज का बंटवारा कई वर्गों में था और राजस्थान में भी समाज में व्यापारिक और कृषि आधारित वर्गों का असर देखा जा सकता है।
धार्मिक स्थल: सिंधु घाटी सभ्यता में यहां के लोग धार्मिक थे। कालीबंगा में मिले हवन कुंड इस बात का संकेत देते हैं कि यहां धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन किया जाता था।