28 Oct 2024
आखिर क्यों राजस्थान में साइबर क्राइम एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है, जानें इसके वजह
साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाएं राजस्थान में साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिनमें ठगी, पहचान की चोरी और डिजिटल धोखाधड़ी शामिल हैं। अपराधियों द्वारा नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं जिससे साइबर सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बन गई है।
वित्तीय धोखाधड़ी के मामले ऑनलाइन बैंकिंग, पेमेंट ऐप्स, और डिजिटल वॉलेट का उपयोग बढ़ने के साथ वित्तीय धोखाधड़ी के मामले भी बढ़े हैं। साइबर अपराधी फिशिंग, फेक कॉल्स, और ओटीपी चोरी जैसे तरीके अपनाकर लोगों से पैसे ठग रहे हैं।
सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को ठगना एक आम तरीका बन गया है। साइबर अपराधी भरोसे का फायदा उठाकर लोगों को फर्जी योजनाओं और इनामों के लालच में फंसाते हैं।
डिजिटल पहचान की चोरी राजस्थान में पहचान की चोरी के मामले भी बढ़ रहे हैं। अपराधी लोगों की निजी जानकारी चुराकर उन्हें ब्लैकमेल करने या उनका दुरुपयोग करने की घटनाएं सामने आई हैं।
साइबर पुलिस का गठन और जागरूकता अभियान राज्य में साइबर क्राइम रोकने के लिए साइबर पुलिस का गठन किया गया है और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके तहत लोगों को सुरक्षित इंटरनेट उपयोग के तरीकों के बारे में बताया जा रहा है।
फिशिंग और मैलवेयर हमले फिशिंग ईमेल और मैलवेयर हमलों के जरिये डेटा चुराने की घटनाएं बढ़ रही हैं। अपराधी लिंक या अटैचमेंट भेजकर लोगों की गोपनीय जानकारी तक पहुंच जाते हैं।
साइबर सुरक्षा के लिए नई नीतियां राज्य सरकार साइबर सुरक्षा को लेकर नई नीतियों पर काम कर रही है। लोगों को डिजिटल रूप से सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए कानूनी और तकनीकी उपायों को मजबूत किया जा रहा है।