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Culture of Rajasthan: राजस्थान जाने से पहले जान ले वहां की कला और संस्कृति के बारे में कुछ पांच जरूरी बातें। हस्तशिल्प, आलीशान महल, लोक संगीत और स्वादिष्ट व्यंजनों के बारे में जानकर आप अपने आपको राजस्थान जाने से नहीं रोक पाएंगे।

Culture of Rajasthan: राजस्थान अपने रंग-बिरंगे त्योहारों, शानदार महलों और चहल पहल भरे बाजारों के लिए मशहूर है। राजस्थान का हर कोना कला और संस्कृति से भरा हुआ है। आज के इस लेख में हम आपको राजस्थान की कला और संस्कृति के पांच आकर्षक पहलुओं के बारे में बताएंगे।

प्रसिद्ध हस्तशिल्प

राजस्थान से बेहतर हस्तशिल्प आपको कहीं नहीं मिलेगी। यहां आपको बांधनी वस्त्र देखने को मिलेंगे ‌। यह वस्त्र टाई एंड डाई तकनीक जो साड़ियों, दुपट्टा और पगड़ियों पर जीवंत पैटर्न बनती है से तैयार होते हैं। राजस्थान की ब्लॉक प्रिंटिंग कि कला भी काफी मशहूर है। इसमें जटिल नक्काशीदार लकड़ी के ब्लॉक को प्राकृतिक रंगों में डूबा कर कपड़ों पर शानदार पैटर्न बनाया जाता है। इस तरह के कपड़े खासकर जयपुर में मिलते हैं। पारंपरिक तकनीक जैसे कुंदन और मीनाकारी, सोने और सिल्वर को किमती रतन से सजे बेहतरीन आभूषण में बदल देती है। साथी फर्नीचर से लेकर सजावटी सामान तक आपके यहां सब कुछ मिल जाएगा।

भव्य किले और आलीशान महल

राजस्थान जाए और भाव किले आलीशान महल न देखें तो फिर फायदा ही क्या। लाल बलुआ पत्थर, संगमरमर और मनमोहन शीशे के काम से बना आमेर किला आपकी आंखों को चकाचौंध से भर देगा। उदयपुर में पिछोला झील पर तैरता हुआ अलौकिक लेक पैलेस आपको राजस्थान की वास्तुकला की तारीफों के पुल बांधने पर मजबूर कर देगा। साथ ही जैसलमेर का सुनहरा किला जिसे सोनार किला के नाम से जाना जाता है अपने जटिल जालीदार काम और प्राचीन जैन मंदिरों के साथ राजस्थान की स्थाई भावना को दर्शाता है।

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लोक संगीत

राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य तो दुनिया भर में मशहूर है। यह राज्य के इतिहास और परंपराओं को जीवंत करता है। रावणहत्था, ढोलक और सारंगी जैसे वाद्य यंत्र अपने मधुर धुन से प्रेम, वीरता और भक्ति की कहानी सुनाते हैं। घूमर और कालबेलिया जैसे नृत्य कहानियां कहने की परंपराएं हैं जो राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।

स्वादिष्ट व्यंजन

आप राजस्थान जाए और वहां के शानदार व्यंजनों का स्वाद न लें तो आपकी यात्रा अधूरी ही है। दाल बाटी चूरमा देश प्रदेश में काफी मशहूर है। यह एक परतदार बाटी, मसालेदार दाल और मीठे चूरमा का मिश्रण होता है। लाल मिर्च और मसाले के साथ पकाया गया मटन, तीखा लाल मांस और बेसन के पकोड़े को दही की तीखी करी में मिलाकर बनाई गई गट्टे की सब्जी, राजस्थानी व्यंजनों के मुख्य हिस्से हैं। अगर स्ट्रीट फूड की बात करें तो प्याज कचोरी और मिर्ची बड़ा के साथ घेवर और रबड़ी जैसी स्वादिष्ट मिठाइयां आपको एक लजीज अनुभव प्रदान करेंगी।

पारंपरिक पोशाक

यहां पर महिलाएं आमतौर पर घाघरा चोली या फिर लहंगा चोली पहनती है जिस पर शीशे का काम और जटिल कढ़ाई की गई होती है। इसी के साथ पुरुष धोती कुर्ता पहनते हैं। अगर भाषा की बात करें तो यहां पर मारवाड़ी, मेवाड़ी, ढ़ूढ़ाड़ी और शेखावाटी जैसी अनेक बोलियां हैं।

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