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Rajasthani Culture: राजस्थान की राजपूती महिलाएं अपने हाथों में सफेद रंग का चूड़ा पहनती हैं। जिसको वो शुभ मानती हैं।

Rajasthani Culture: राजस्थान जो की अपनी रंगीन संस्कृति से भरा हुआ है, जिसे रंगीला राजस्थान भी कहा जाता है। यहां की हर चीज में रंगों का महत्व माना जाता है, खासकर सुहागिन महिलाओं के लिए रंगो का बहुत महत्व होता है। जो उनके शादीशुदा जीवन को दर्शाते हैं।

हाथी के दांत की सफेद चुड़ियां

राजस्थान के राजपूत समाज के साथ अन्य कुछ जनजाति इलाकों में महिलाएं अपने के हाथों में सफेद रंग की चूड़ी पहनती है, जो की हाथी के दांत से बनी होती हैं। सफेद चुड़े पहनने की ये परंपरा कई सालो से राजस्थान में चलती हुई आ रही है, लेकिन अब इन सफेद चूड़ियों को प्लास्टिक से बनाया जाता हैं। क्योकि वास्तविक हाथी के दांत चुड़ियां की कीमत लाखो में होती हैं। 

शुभ अवसर पर सफेद चुड़ियां

बता दे कि एक महिला द्वारा इसे तब ही पहना जाता है, जब उसका विवाह होता है। जहां एक तरफ हमारें समाज में सुहागिन महिला के लिए सफेद रंग को अशुभ माना जाता है, वही कुछ ऐसे सुमदाय है जिसमें विवाहित होने पर सुहागिन को सफेद चुड़ियां अपनी मां के द्वारा पहनाया जाता हैं।

इनको वो तब तक पहनती है जब तक वो सुहागिन होती हैं। परिवार में कोई भी शुभ अवसर पर घर की महिलाओं को सफेद चुड़ियां पहनना अनिर्वाय हैं, क्योकि इसके बाद ही किसी धार्मिक अनुष्ठानों में बैठ सकते हो।

सफेद चूड़ियों की संख्या

इस सफेद चूड़ियों की संख्या 52 चूड़ियां होती है, जिसको 26 26 का सेट बनाकर पहनते है। इनको हाथ के  ऊपरी बांह पर 17 और निचले हाथ पर 9 चूड़ियां साइज के आधार पर पहनी जाती हैं। इन सफेद चुड़ियों में सभी की साइज अलग  अलग होती है, जो छोटी से लेकर सबसे बड़ी तक होती हैं। इन को इनकी साइज के अनुसार सेट बनाकर ही पहना जाता हैं। 

सफेद चुड़ियों पहनने का कारण

इन सफेद चूड़ियों को लेकर कई मान्यता भी है, जिसमें इनको पहनने से बुरी नजर से बचा जा सकता हैं और इसके साथ बच्चे के जन्म के दौरान होने वाले दर्द को भी कम करती है। ये सफेद चूड़ियां केवल राजस्थानी महिलाओं द्वारा ही पहना जाता हैं। 

चांदी की चुड़ियां पहनने की परंपरा

जिस प्रकार राजपूती महिलाएं हाथी दांत की परंपरागत चूड़ियों पहनती है, उसी तरह भील जनजाति की महिलाएं भी चांदी की चूड़ियां ऊपरी और निचली बांह में पहनती है। इन चूड़ियों पर भगवान शिव या भैरव के साथ बाघ, हाथी, सांप जैसे चित्र बने होते हैं। 

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