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Rajsamand Piplantri Village: राजस्थान के पिपलानी गांव में एक अनोखी परंपरा है, जिसमें लड़की के जन्म होने के पर 111 पेड़ लगाकर खुशियां मनाई जाती हैं। 

Rajsamand Piplantri Village: राजस्थान जो अपनी कई परंपराओं को के बारें में जाना जाता है, अक्सर राजस्थान का नाम सुनते ही अन्य राज्यों के दिमाग में दो तीन चीजें आती है बालविवाह, देहज प्रथा और कन्या भ्रूर्ण हत्या। जिसके कारण उनके सामने राजस्थान की छवि बिगड़ी पड़ी हैं और कहीं हद तक ये बात सही भी है कि राजस्थान में कई कुप्रथाएं मौजुद है, जो शायद आज के समय में महिलाओं को अपने जाल में जकड़े हुए हैं। 

वीडियों में जिक्र इस परंपरा का

आपने में कई लोगों ने सोशल मीडियां पर एक वीडियों तो जरूर देखा होगा, जिसमें एक महिला को हॉस्पिटल में बच्ची होती है। जिसको कुछ लोगों द्वारा ले जाया जा रहा था, उन लोगों के हाथों में जमीन खोदने के लिए हथियार थे। जिसकों देखकर एक महिला डॉक्टर को लगा की वो लड़की पैदा होने पर उसे जमीन में दबाने जा रहे।

जिसपर उसने इसके बारें में पूछा भी था, तो तब उस गांव के मुखिया द्वारा बताया गया कि हमारे यहां किसी भी बेटी का जन्म होता है तो उसके नाम से पेड़ लगाते है। इस वीडियों में राजस्थान में पूराने समय से चलती आ रही कुप्रथाओं ने राजस्थान की अलग छवि प्रस्तुत करती थी।

राजस्थान की बेटी के जन्म की अनोखी परंपरा

राजस्थान का एक ऐसा गांव जिसकी एक ऐसी परंपरा जो देश के सभी लोगों के लिए गर्व की बात है, क्योंकि एक तरफ राजस्थान रुढ़िवादी सोच और कुप्रथाओं का अनुसरण कर रहा है। वही राजस्थान का पिलानी गांव जिसकी खुशी की अनूठी परंपरा , जिसमें इस गांव में किसी भी घर में बेटी का जन्म होता है तो गांववालों द्वारा बेटी के नाम से पेड़ लगाया जाता है। इस गांव में बेटी के होने पर गांव में ढेल नगाड़ों के साथ बेटी का स्वागत करके खुशियां मनायी जाती हैं। 

गांव वाले लगाते है 111 पेड़

इस गांव में बेटी के जन्म होने पर सभी बड़ी बात तो ये कि यहां बेटी के नाम पर पेड़ लगाए जाते है, जिसकी संख्या 111 होती है। इस दौरान गांव के सभी लोग इसका हिस्सा बनते हैं। इस परंपरा का उदेदश्य समाज में कन्या भ्रूर्ण हत्या के लिए जागरुक करना व पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना हैं। 

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