AI in Rajasthan School: राजस्थान के स्कूली बच्चों को आधुनिक तकनिकों से रूबरू कराने के लिए सरकार की ओर से गठित पाठ्यक्रम में संशोधन करने की तैयारी की जा रही है। बदलाव के तहत अब बच्चों को पुस्तकों में भारतीय सभ्यता, संस्कृति, इतिहास, सनातन धर्म की पढ़ाई के अलावा अब विद्यार्थियों को एआइ यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी पढ़ाया जाएगा। इसके लिए बच्चों की किताबों में संशोधन कर नए अध्याय जोड़ें जाएंगे। साथ भारतीय खान-पान से जुड़ी जानकारी भी शामिल की जाएगी।
पाठ्यक्रम में ऐसे अध्याय भी शामिल करने की बात कही जा रही है, जो छात्रों में देशभक्ति की भावना जागृत कर सकेंगे। पाठ्यक्रम संशोधन समिति की बैठक में इन बदलावों पर फैसला हो चुका है। बता दें कि इस एआइ यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक सिखाई जाएंगी। पहली से पांचवी क्लास तक यह बदलाव हर स्कूल में सौ फीसदी करना अनिर्वाय होगा, लेकिन छह से बारवीं तक आंशिक होगा।
देश की जरूरत को देखते हुए किए गए है बदलाव
पाठ्यक्रम बदलाव समिति के चेयरमैन कैलाश सोडानी ने जानकारी दी कि देश की जरूरत को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के बच्चों को राष्ट्रभक्ति की ओर प्रेरित करने के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव करने का फैसला लिया गया है। समिति के सदस्यों के साथ चर्चा के बाद ही जहां जरूरत है, वहीं संशोधन करने का निर्णय किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी फिलहाल पाठ्यक्रम में केवल 20 फीसदी तक बदलाव किया गया है।
100 शिक्षकों को सौंपी जिम्मेदारी
चेयरमेन सोडाणी ने बताया कि इस कार्य को दिसम्बर के अंत तक पूरा कर रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाएगी। 100 शिक्षकों द्वरा पाठ्यक्रम में लोक कल्याण, सभ्यता, एआइ, इतिहास आदि बिंदुओं को शामिल किया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (एसआइईआरटी) द्वारा चयनित लेखकों से उदयपुर में पुस्तकें तैयार कराई जाएगी। इस नए पाठ्यक्रम को जुलाई से लागू किया जाएगा। इस कार्य के लिए सभी पुस्तकों को ध्यान से पढ़ा जा रहा है, ताकि जिन तथ्यों की बच्चों को जरूरत नहीं है, उन्हें हटाया जा सके।
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