Rajasthan Govt School: राजस्थान स्कूलों को नई दिशा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के स्कूलों में डिजिटल बोर्ड लगाने की शुरुआत की गई है। बता दें कि राज्य के करीब 2 हजार से ज्यादा विद्यालयों में मार्च के अंत तक डिजिटल बोर्ड लगाएं जाएंगे। डिजिटल बोर्ड लगाने की शुरूआत उन विद्यालयों से की जाएंगी जहां गणित और विज्ञान के अध्यापक मौजूद नहीं है। डिजिटल बोर्ड की मदद से अब बच्चे प्री रिकार्ड पाठ्यक्रम पढ़ सकेंगे। इससे विद्यार्थी हर दिन बिना शिक्षक के पाठवार पढाई कर सकेंगे।
ब्यावर जिले से शुरू होगा अभियान
इस अभियान की शुरूआत राजस्थान के ब्यावर जिले से की जाएंगी जहां के लगभग 138 स्कूलों को पहले चरण में डिजिटल बोर्ड लगाए जाएंगे। जिले के जवाजा ब्लॉक में कुल 37 विद्यालयों को सूची में शामिल किया गया है। यहां के स्कूलों में गणित और विज्ञान के टिचर नहीं है। वहीं इनमें से 14 ऐसे स्कूल है जहां पर दोनों विषयों के अध्यापक मौजूद नहीं है।
विद्यार्थियों को शिक्षा में मिलेगा लाभ
डिजिटल बोर्ड के जरिए प्रदेश के विद्यार्थियों को इंटरैक्टिव शिक्षा मिल सकेंगी। साथ ही विद्यार्थियों को बेहतर ढंगग से वीडियो और ऑडियो उपकरणों का उपयोग करने में मदद मिल सकेंगी। डिजिटल बोर्ड सरकारी स्कूल के बच्चों को स्वतंत्र शिक्षा प्रदान करता है। इससे वे सही तरीखे से अपनी शिक्षा पूरी कर पाएंगे।
क्या होता है डिजिटल बोर्ड?
डिजिटल बोर्ड एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले होता है, जिसे शिक्षा के क्षेत्र में जानकारी प्रदर्शित करने के इस्तेमाल किया जाता है। इसकी मदद से उपयोगकर्ताओं को सीधे स्क्रीन पर कुछ लिखने, पढ़ने व अन्य इंटरैक्टिव गतिविधियां करने में मदद करता है। इसके जरिए विद्यार्थियों अपने पाठ्यक्रम का अध्ययन आसानी से कर सकते है। डिजिटल बोर्ड कई प्रकार का डेटा सेव कर सकता है। डिजिटल बोर्ड के माध्यम से आप वीडियो, ऑडियो और फोटोज से अपना संबंधित पाठ पढ़ सकते है साथ ही अपने विषय के वीडियो से अपना पाठ पूरा कर सकते है।