IAS Anju Sharma Success Story: जो लोग सफलता पाना चाहते हैं, वह अंतिम पल तक हिम्मत नहीं हारते। ये बात आईएएस अधिकारी डॉ. अंजू शर्मा पर बखूबी लागू होती है। राजस्थान की रहने वाली डॉ. अंजू हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में फेल हो गई थीं। लेकिन वह आगे चलकर 22 साल की उम्र में उन्होंने फर्स्ट अटेम्प्ट में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास किया और आईएएस बनीं। उन्होंने न सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरे देश का नाम रौशन किया। अंजू का ये सफर काफी दिलचस्प और प्रेरणादायक है।
10वीं और 12वीं क्लास में हुई फेल
डॉ. अंजू शर्मा पढ़ाई में अच्छी थीं, लेकिन परीक्षा के दबाव की वजह से वह दो बार फेल हो गईं। सबसे पहले 10वीं की प्री बोर्ड परीक्षा में केमिस्ट्री में फेल हुईं और फिर यही 12वीं में इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट में दोहराया गया। हालांकि बाकी सभी सब्जेक्ट में उन्होंने डिस्टिंक्शन हासिल किए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी गलतियों से सिखा और उसमें काफी सुधार किया।
राजस्थान के भरतपुर की रहने वाली है अंजू
राजस्थान के भरतपुर की रहने वाली अंजू ने अपनी शुरुआती पढ़ाई वहीं से की, बाद में उन्होंने जयपुर से बीएससी करने के बाद एमबीए किया। उन्होंने बीएससी में गोल्ड मेडल हासिल किया था। एमबीए करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। अंजू अपनी कमजोरियों पर काम करके अपनी पढ़ाई को इतना मजबूत कर चुकी थीं कि उन्होंने पहले प्रयास में ही इस एग्जाम में सफलता हासिल कर ली थी।
अंजू ने जब यह एग्जाम क्रैक किया तब उनकी उम्र मात्र 22 साल थी। इसके बाद, उन्होंने साल 1991 में राजकोट में असिस्टेंट कलेक्टर के पद से अपने करियर की शुरुआत की थी। यूपीएससी का सिलेबस समय से पहले ही पूरा कर लिया था और परीक्षा से पहले फ्री महसूस कर रही थीं। उन्होंने ब्यूरोक्रेट के रूप में अपना करियर साल 1991 में राजकोट के असिस्टेंट कलेक्टर के पद से शुरू किया।