RBSE:राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी आरबीएसई की ओर से नया आदेश जारी किया गया है। इसके तहत 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट से असंतुष्ट छात्र-छात्राएं री-चेकिंग के लिए अपनी कॉपी भिजवा सकते है। फिलहाल यह सुविधा केवल गणित विषय के लिए ही लागू की जा रही है।
बोर्ड का पायलट प्रोजेक्ट
राजस्थान शिक्षा बोर्ड के इस पायलट प्रोजेक्ट को अगले सत्र में भी रखना है या नहीं इसका निर्णय विद्यार्थियों के रिस्पॉन्स पर निर्भर करता है। साथ ही यह सुविधा बाकी सभी विषयों पर लागू होगी या नहीं इसका फैसला भी इस पायलट प्रोजेक्ट के परिणाम पर निर्भर करता है।
केवल गणित में ही क्यों उपलब्ध कराई जा रही है री-चेकिंग की सुविधा?
शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश चन्द्र शर्मा ने जानकारी दी कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदेश पर ही बोर्ड द्वारा चेकिंग की सुविधा को लागू करने का फैसला लिया गया है।
गौरतलब है कि बोर्ड रिजल्ट में री-टोटलिंग की सुविधा पहले से ही लागू करवाई जा रही है, चूंकि गणित सब्जेक्ट में अंकों में बदलाव की संभावना ज्यादा होती है, इसलिए फिलहाल यह सुविधा केवल गणित विषय के लिए ही लागू की जा रही है।
री-टोटलिंग और री-चेकिंग में क्या है अंतर?
जानकारी के लिए बता दें कि री-टोटलिंग में सिर्फ परीक्षक द्वारा दिए गए मार्केस की दुबारा कैलकुलेशन की जाती है। यदि टोटलिंग में कोई गलती होती है तो परीक्षक के अंक बढ़ाकर उस विषय का दोबारा रिजल्ट जारी कर मार्कशीट दी जाती है। गलत टोटलिंग करने पर संबंधित परीक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।
वहीं री-चेकिंग की बात करें तो इसमें विद्यार्थियों द्वारा जताई गई आपत्ति और आवेदन के बाद उत्तर पुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन किया जाता है। इसमें यदि किसी प्रशन के अंसर में कम या फिर ज्यादा मार्क्स आते है तो उसे घटाया और बढ़ाया जा सकता है। इसके बाद दोबारा परीक्षा रिजल्ट में बदलाव कर नई अंकतालिका जारी की जाती है।