Actor Shailesh Lodha: भले ही शैलेष लोढ़ा अब 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' शो में नजर नहीं आते, लेकिन यह किरदार उनकी पहचान का हिस्सा बन चुका है। फैंस उन्हें इतना पसंद करते हैं कि कई लोग उन्हें उनके असली नाम के बजाय तारक मेहता के नाम से ही जानते हैं। यहां तक कि कुछ लोग उनकी ऑन-स्क्रीन पत्नी को ही उनकी वास्तविक जीवन की पत्नी समझ बैठते हैं। लेकिन वास्तविकता में शैलेष लोढ़ा का परिवार इस चकाचौंध भरी दुनिया से बहुत अलग है।
शैलेष लोढ़ा न केवल एक अच्छे कलाकार हैं, बल्कि एक प्रतिभाशाली कवि भी हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनकी पत्नी स्वाति लोढ़ा भी किसी मामले में उनसे कम नहीं हैं और अब उनकी बेटी भी उनके पदचिह्नों पर चल रही हैं। हालांकि, इस राह पर आने से पहले शैलेष लोढ़ा को अपनी इच्छाओं को दबाकर नौकरी करनी पड़ी थी।
नौकरी छोड़ बनाई नई राह
शैलेष लोढ़ा का जन्म 8 नवंबर, 1969 में राजस्थान के जोधपुर में एक मारवाड़ी परिवार में हुआ। उनके पिता श्याम सिंह लोढ़ा एक सरकारी कर्मचारी थे, जबकि उनकी मां शोभा लोढ़ा को हिंदी साहित्य में गहरी रुचि थी और यही शौक शैलेष को भी विरासत में मिला। परिवार का ग्लैमर वर्ल्ड से कोई नाता नहीं था। उनके माता-पिता चाहते थे कि वह पढ़-लिखकर एक अच्छी नौकरी करें। उनकी सलाह मानकर शैलेष ने नौकरी शुरू की, लेकिन इसमें उनका मन नहीं लगा।
कॉमेडी सर्कस से की करियर की शुरुआत
जोधपुर में नौकरी करने के बाद, सब कुछ छोड़कर शैलेष ने मुंबई का रुख किया, यहां अभिनय की क्लास ली और अपने लेखन को जारी रखा। उनके करियर की शुरुआत 'कॉमेडी सर्कस' सीजन 2 से हुई, और इसके बाद वे साहित्य और टीवी की दुनिया में अपनी पहचान बनाने लगे। साल 2008 में यह तारक मेहता का उल्टा चश्मा के शो का हिस्सा बने।
बेटी भी पिता के नक्शेकदम पर
शैलेष लोढ़ा के साथ उनकी पत्नी स्वाति लोढ़ा भी लेखिका हैं, साथ ही वे एक लाइफ कोच और मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं, जिनकी किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी बेटी स्वरा लोढ़ा ने भी लेखन में रुचि दिखाई और अपनी मां के साथ मिलकर "54 Reasons Why Parents Suck and Phew!" नामक किताब लिखी, जो महज 17 साल की उम्र में प्रकाशित हो चुकी है। इस तरह से यह पूरा परिवार साहित्य और कला की दुनिया में अपनी पहचान बना रहा है।