Bollywood Actor Karmveer Choudhary: कर्मवीर चौधरी, जिन्हें करमवीर चौधरी के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय सिनेमा और टेलीविजन के जाने-माने अभिनेता और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और अभिनय से एक खास पहचान बनाई है।
राजस्थानी सिनेमा में योगदान
कर्मवीर का जन्म राजस्थान के झुंझुनू जिले में हुआ था। अभिनय की दुनिया में आने से पहले वह एक सफल व्यवसायी थे। 45 वर्ष की आयु में उन्होंने राजस्थान छोड़कर मुंबई में अपने करियर को एक नई दिशा देने का निर्णय लिया। उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत राजस्थानी सिनेमा से की, इस क्षेत्रीय सिनेमा में उन्होंने 20 से अधिक फिल्मों में खलनायक (विलेन) का रोल निभाया और अपनी पहचान बनाई।
राजनीति से बॉलीवुड तक का सफर
अभिनय में आने से पहले कर्मवीर राजनीति में भी सक्रिय थे। उन्होंने 2003 में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उदयपुर के मावली क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2016 में कर्मवीर चौधरी को बॉलीवुड में बड़ा मौका मिला। फिल्म सुल्तान में उन्होंने सरकारी खेल अधिकारी का किरदार निभाया, जिसने उन्हें पहचान दिलाई। इसके बाद 2016 की ही फिल्म दंगल में आमिर खान के पिता का रोल निभाकर उन्होंने अपनी अदाकारी से सबका ध्यान खींचा।
टेलीविजन में सफल करियर
कर्मवीर चौधरी ने टेलीविजन की दुनिया में भी कई यादगार भूमिकाएं निभाईं। उनका सबसे प्रसिद्ध किरदार बढ़ो बहू में कैलाश सिंह अहलावत (ताऊ जी) का था। यह शो 2016 से 2018 तक &TV पर प्रसारित हुआ और इसमें उनके अभिनय की काफी तारीफ हुई।
अन्य प्रमुख फिल्में और टीवी शोज
कर्मवीर ने कुछ रंग प्यार के ऐसे भी में खत्री और क्या कसूर है, अमला का में हेमराज जैसे यादगार टीवी किरदार निभाए। इसके साथ ही उन्होंने फिल्मों में भी बेहतरीन अभिनय किया, जिनमें मेरे ब्रदर की दुल्हन (2011), वारियर सावित्री (2016), और गौरैया (2015) प्रमुख हैं।
विज्ञापन जगत में पहचान
कर्मवीर चौधरी ने फिल्मों और टीवी शोज के अलावा कई ब्रांड्स के विज्ञापनों में भी काम किया। कुरकुरे, सिम्फनी कूलर, पेप्सी और आईडीएफसी बैंक जैसे बड़े ब्रांड्स के विज्ञापनों में उनके काम को सराहा गया।
अवार्ड और सम्मान
उनकी नकारात्मक (विलेन) किरदारों में अदाकारी को काफी सराहा गया। 2014 में उन्हें जयपुर फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट विलेन का अवॉर्ड दिया गया।