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Aasif Khan Movies Web Series: राजस्थान के एक कलाकार ने बहुत कम समय में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। हम बात कर रहे हैं चित्तौड़गढ़ के गांव निम्बाहेड़ा के आसिफ खान की, जिन्होंने "मिर्जापुर" और "पंचायत" जैसी वेब सीरीज में अपनी अदाकारी से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है।

Aasif Khan Movies Web Series: हिंदी सिनेमा में कई चेहरे ऐसे हैं, जिन्हें हम उनकी शक्ल से पहचानते हैं, लेकिन नाम से नहीं। इन्हीं में से एक हैं एक्टर आसिफ खान। उन्होंने 'Mirzapur' वेब सीरीज में 'बाबर', 'Paglet' में 'परचून' और 'Panchayat' में जीजा गणेश के किरदार निभाए हैं। आसिफ खान ने अपनी शानदार एक्टिंग से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाई है। एक छोटे से गांव से निकलकर फिल्मी दुनिया में अपनी जगह बनाना उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने यह कर दिखाया।

राजस्थान के छोटे से गांव में जन्में आसिफ खान

आसिफ खान का जन्म राजस्थान के चित्तौरगढ़ जिले के निम्बाहेड़ा गांव में हुआ था। उनके परिवार में दो भाई और एक बहन हैं। एक्टिंग से परिवार का कोई नाता नहीं था, लेकिन स्कूल में एक नाटक में हिस्सा लेने के बाद आसिफ का झुकाव अभिनय की ओर हो गया। 'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' देखने के बाद वह इतने प्रभावित हुए कि गांव की लोकल स्टैंड-अप प्रतियोगिताओं में भाग लेने लगे। वह अपने मोहल्ले में लोगों को इकट्ठा करके स्टैंड-अप कॉमेडी भी करते थे। 

पिता की मौत के बाद बदल गए हालात 

आसिफ के पिता जेके सीमेंट कंपनी में काम करते थे और चाहते थे कि आसिफ भी सीमेंट फैक्ट्री में काम करें। लेकिन 2008 में अचानक उनके पिता की मौत के बाद हालात बदल गए। परिवार पर आर्थिक तंगी आ गई, जिसके कारण आसिफ को ईवनिंग स्कूल में शिफ्ट होना पड़ा। जब तक उनके बड़े भाई को नौकरी नहीं मिली, तब तक आसिफ को छोटे-मोटे काम करने पड़े, जैसे टेलिकॉम कंपनी में पार्ट-टाइम जॉब। 

होटल में वेटर की करनी पड़ी नौकरी 

बड़े भाई की नौकरी लगने के बाद, आसिफ ने एक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए मुंबई का रुख किया। वहां शुरुआती संघर्ष के दौर में उन्हें एक होटल में वेटर की नौकरी करनी पड़ी। उन्होंने मॉल में भी काम किया, लेकिन उनका असली सपना एक्टिंग ही था। रोजाना ऑडिशन देने के बावजूद, रिजेक्शन उनकी जिंदगी का हिस्सा बन गया। कई बार तो खाने के लिए सिर्फ वडा पाव और पोहा ही मिल पाता था। 

ऐसे बनाई इंडस्ट्री में पहचान 

मुंबई में संघर्ष करने के बाद, आसिफ ने महसूस किया कि थिएटर में ट्रेनिंग के बिना आगे बढ़ना मुश्किल होगा। इसलिए वह जयपुर लौटे और थिएटर जॉइन किया। उन्होंने सोचा था कि छह महीने में थिएटर सीखकर वापस मुंबई जाएंगे, लेकिन इसमें छह साल लग गए। इसके बाद उन्होंने मुंबई में छोटे-मोटे रोल्स करना शुरू किया। वह 'रेडी' और 'अग्निपथ' जैसी फिल्मों में जूनियर आर्टिस्ट के रूप में नजर आए। 

Panchayat से पहले इस सीरीज में मचा चुके धूम 

आसिफ खान का करियर तब चमका जब 2018 में आई अनुराग कश्यप की वेब सीरीज 'मिर्जापुर' में उन्हें बाबर का किरदार मिला। इस रोल ने उन्हें रातोंरात लोकप्रिय बना दिया। इसके बाद उन्होंने 'पंचायत', 'जामतारा', 'पगलैट', और 'पाताल लोक' जैसी वेब सीरीज में भी यादगार किरदार निभाए। 'पंचायत' में उनका डायलॉग "गजब बेइज्जती है यार" लोगों की जुबान पर छा गया। आज आसिफ खान का नाम एक्टिंग की दुनिया में अपनी दमदार पहचान बना चुका है।

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