Ajmer Sharif Dargah: अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हर धर्म और जाती के लोग बिना भेदभाव के आते हैं। राजनेताओं से लेकर अभिनेताओं का यहां आना-जाना लगा रहता है। बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान भी कुछ साल पहले अपनी मां और बहन के साथ अजमेर शरीफ आए थे। यहां पर उनके साथ एक घटना हुई थी जिसे याद करके वह आज भी सोच में पड़ जाते हैं। बॉलीवुड पर राज करने वाले इस एक्टर के जीवन में एक वक्त ऐसा भी था, जब वह हजार रुपए कमाने के लिए भी सोचना पड़ता था।
किंग खान मां और बहन के साथ गए थे अजमेर शरीफ
शाहरुख खान शाहरुख खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि साल 1990 में वह अपनी मां लतीफ फातिमा खान और बहन शहनाज खान के साथ अजमेर की दरगाह गए थे। उनकी मां की तबीयत उस वक्त बहुत खराब हो गई थी। शाहरुख के पिता के मौत के बाद सारी जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई थी। 25 साल के शाहरुख इंडस्ट्री में पैर जमाने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें एक टीवी सीरियल में काम मिला था जिसके लिए उन्हें एख एपिसोड के 5 हजार रुपए मिलते थे।
ऐसे में शाहरुख खान अपनी मां और बहन के साथ अजमेर शरीफ की दरगाह में पहुंचे। उन्होंने दरगाह पर चादर चढ़ाई और मां की सलामती की दुआ की। जाने से पहले शाहरुख की मां ने उन्हें 5000 हजार रुपए दिए थे और उसे ठीक से रखने को कहा था। लेकिन वो पैसे कहीं गायब हो गए। पैसे खोने के बाद वह काफी परेशान हो गए और पैसे इधर-उधर ढूंढ़ने लगे।
फकीर ने कही थी ये बात
एक्टर को परेशान देख पास में बैठे एक फकीर ने पूछा कि कुछ गुम गया है क्या? इस पर शाहरुख ने हां में सर हिलाया। इसके बाद फकीर ने जो पूछा उसे सुनकर शाहरुख हैरान रह गए। फकीर ने एक्टर से पूछा कि तुम्हारे 5000 रुपए गायब हो गए है न? इसके बाद एक्टर उसका चेहरा देखते रह गए। इसके बाद उस फकीर ने कहा कि जो, यहां आया है, वह यहां से खाली हाथ नहीं जाएगा।
पांच हजार गंवाया है तो पांच करोड़ रुपए कमाएगा। इसके बाद शाहरुख मुंबई आए और अपने काम में मशगूल हो गए। साल 1992 में उनकी फिल्म दिवाना आई, जो पर्दे पर सुपरहिट साबित हुई और वह बॉलीवुड के बादशाह के रूप में पहचाने जाने लगे। इसके बाद शाहरुख अजमेर शरीफ जाकर उस फकीर को ढूंढने की बहुत कोशिश की लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चला।
ये भी पढ़ें:- 'पंचायत' वेबसीरीज में दामाद जी ने किया निकाह, चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं एक्टर आसिफ खान