Shahi Roti Of Ajmer: हर शहर की अपनी एक अनूठी संस्कृति और जायका होता है। ऐसे में अजमेर, जो धार्मिक पर्यटन नगरी के रूप में प्रसिद्ध है, उसका जायका भी कुछ खास है। यहां का एक विशेष व्यंजन, शाही शीरमाल रोटी, इन दिनों काफी चर्चा में है। ड्राई फ्रूट और देसी घी से बनी यह रोटी न केवल स्थानीय लोगों के बीच, बल्कि दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों के बीच भी बहुत लोकप्रिय हो चुकी है।
शाही शीरमाल रोटी का परिचय
शाही शीरमाल रोटी को अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के निकट बनाया जाता है। यह रोटी विशेष रूप से वहां आने वाले जायरीन के बीच प्रसाद के रूप में प्रसिद्ध है। दानिश, जो बिस्मिल्लाह शाही शीरमाल के मालिक हैं, वो बताते हैं कि राजस्थान में शाही शीरमाल केवल अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के निकट मिलती है।
दानिश की कहानी
दानिश ने 26 वर्षों से शीरमाल बनाने का काम किया है। वे पहले दिल्ली में इस विशेष रोटी को बनाते थे, लेकिन बाद में उन्होंने इसे अजमेर में पेश करने का निर्णय लिया। उनके अनुभव और परंपरा ने इस रोटी को एक विशेष पहचान दिलाई है।
विभिन्न प्रकार की वैरायटी
दानिश की दुकान पर शाही शीरमाल की कई वैरायटियां उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत 50 रुपए से लेकर 500 रुपए तक है। रोटी की कीमत उसमें मिलाए जाने वाले ड्राई फ्रूट्स पर निर्भर करती है। यहां सामान्य शीरमाल, जिसमें तिल और किशमिश होते हैं, 50 रुपए में मिलती है। इसके अलावा, काजू, बादाम, पिस्ता, अंजीर और अन्य मिश्रण वाली शीरमाल भी उपलब्ध हैं।
स्वाद का अनुभव
शीरमाल रोटी का स्वाद हल्का मीठा होता है और इसे आमतौर पर सब्जियों के साथ नहीं खाया जाता। इसे खासतौर पर दरगाह आने वाले जायरीन प्रसाद के रूप में अपने साथ ले जाते हैं। रमजान के दौरान इसे रोजा इफ्तारी में भी शामिल किया जाता है, जो इसकी लोकप्रियता को और बढ़ाता है।
विदेशों में भी डिमांड
दानिश ने बताया कि उनकी दुकान पर देश-विदेश से आने वाले लोग शीरमाल खरीदते हैं। जब भी लोग दरगाह जियारत करने आते हैं, वे इसे अपने लिए और अपने रिश्तेदारों के लिए लेकर जाते हैं। इस प्रकार, शाही शीरमाल की मांग न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी बढ़ रही है।
शाही शीरमाल रोटी बनाने की प्रक्रिया
शीरमाल रोटी बनाते समय, सबसे पहले दूध को मीठा किया जाता है।
फिर मीठे दूध को मैदा में मिलाया जाता है।
वहीं इस दौरान इसमें कई तरह के मसाले मिलाएं जाते हैं।
सभी सामग्रियों को मिलाकर आटे की तरह गूथा जाता है।
तैयार आटे को बेलकर उसमें ड्राई फ्रूट्स लगाए जाते हैं।
इसके बाद, इसे तंदूर में सेंका जाता है।
अंत में, सेंकने के बाद इसे देसी घी में डिप किया जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।