Rajasthan News : भारत में अभी भी ऐसे परिवार रहते हैं जो एक वक्त के खाने का इंतजाम तक नहीं कर पाते है। गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए भारत सरकार अन्न व्यवस्था करती है। राष्ट्रीय खाद्य योजना के तहत भारत सरकार कम कीमत पर जरूरतमंद लोग कम कीमत पर राशन का लाभ ले पाते हैं। इनमें से कई ऐसे लोग हैं जिनको निशुल्क राशन वितरित किया जाता है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय खाद योजना के तहत राजस्थान में फ्री में मिलने वाले राशन का वितरण गरीब और निम्न वर्ग परिवार के 52 लाख लोगों का बंद कर दिया गया है । प्रदेश में ई केवाईसी 12% लोगों को मुफ्त में मिलने वाले राशन को बंद कर दिया गया है। जिन लोगों का राशन बंद किया गया है उसमें प्रदेश के 52 लाख से अधिक गरीब परिवार शामिल है। प्रदेश में लाखों की संख्या में ईकेवाईसी न करने वालों का मुफ्त में मिलने वाला राशन बंद कर दिया गया है।
झालावाड़ में 1 लाख से ज्यादा लोगों ने नहीं कराया e-kyc
झालावाड़ जिले में एक लाख से अधिक लोगों ने ई केवाईसी नहीं करवाया है। वही बारां जिले में 17 प्रतिशत लोगों का ईकेवाईसी बाकी है। ई केवाईसी करवाने में सबसे आगे बूंदी जिला है। इस जिले में मात्र 8% लोगों का ई केवाईसी बाकी है। 53 लाख से ज्यादा ऐसे लोग शामिल हैं जो फर्जी तरीके से योजना का लाभ उठा रहे थे।
सरकार का फैसला ई केवाईसी में बड़ी राहत
राजस्थान में अगर आपको राशन का लाभ उठाना है तो ई केवाईसी होना अनिवार्य है। सरकार ने कुछ विशेष वर्गों को छूट दी है। 10 साल से छोटे बच्चे और 70 साल से अधिक के बुजुर्गों को छूट दी गई है। दिव्यांगों को भी ई केवाईसी में छूट दी गई है। उन लोगों को भी छूट दी गई है जिनके अंगूठे के निशान केवाईसी करते वक्त नहीं आते हैं।
राशन से वंचित लोग ऐसे जुड़वाएं अपना नाम
राजस्थान में जो लोग राशन से वंचित रह गए हैं उनके लिए खुशखबरी है। ई केवाईसी नहीं करने के कारण लाखों लोग आप पात्र घोषित हो गए हैं। ई केवाईसी नहीं करने के कारण आपका नाम लिस्ट से हट गया है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपके लिए एक सुनहरा मौका है आपको दोबारा से नाम जुड़वाने के लिए रसद विभाग में आवेदन देना होगा।
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