Cactus Benefits: भारत में कांटेदार पौधे जो आकर्षित भी होते है, जब भी इसका जिक्र होता है तो जिस पौधे का नाम ज़हन में सबसे पहले आता है वो है कैक्टस। हालांकि कैक्टस ऐसा पेड़ है जो ज्यादातर मरूस्थलीय जगहों पर उगते है और वहीं फलते फूलते हैं। लेकिन क्या हो जब आंखो को भाने वाले इस पौधे का इस्तेमाल शारिरिक फायदे पहुंचाने लगे हैं।
जी हां कैक्टस, जो कांटों से भरा होता है उसके कई सारे स्वास्थ्य फायदे भी है। साथ ही कैक्टस के कुछ अलग-अलग फ्रूट्स के वैरायटी भी होते है, जिसे खाने से ना सिर्फ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दूर होती है बल्कि ये कई फलों की तुलना में काफी महंगे भी होते हैं।
कैक्टस का प्रत्येक हिस्सा फायदेमंद
जानकार यह भी बताते है कि कैक्टस का प्रत्येक हिस्सा काम में आता है। वह बताते है कि कैक्टस के जड़ से आयुर्वेदिक दवाएं बनती हैं। साथ ही इसके कई ऐसी प्रजातियां हैं, जिनके फल, फूल और गूदे को खा सकते हैं बल्कि सब्जी, शरबत और सलाद भी बना सकते हैं।
कैक्टस के प्रजातियों के फल होते है महंगे
ड्रैगन फ्रूट कैक्टस की एक वैरायटी 'हिलोसेरियस' का फल है। इसके अलावा प्रिकली पियर कैक्टस, पेरूवियन एपल, क्वीन ऑफ द नाइट, बैरल कैक्टस, मून और बिहाइव कैक्टस जैसी कैक्टस की कई प्रजातियों को खाया जा सकता है जो कि काफी फायदेमंद होते हैं। इन फलों में एंटीऑक्सिडेंट्स, आयरन, बीटा कैरोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, पोटैशियम और कई तरह के विटामिंस से भरपूर मात्रा में होते हैं।
बीमारों से निजात में मददगार होता है
बताया जाता है कि जूस में 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से सर्दी, जुकाम और खांसी में राहत मिलती है। बवासीर, खून की कमी, मोटापे जैसी कई समस्याओं में ये फल बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। ल्यूकोरिया और गोनोरिया जैसी बीमारियों में भी ये फल फायदेमंद माने जाते हैं। इसके अलावा पीलिया और एनीमिया,पाचन क्षमता में सुधार, आंतों को मजबूत बनाना,कब्ज और अल्सर से भी राहत देती है।
फाइबर भी होता है भरपूर मात्रा में
कैक्टस के पत्ते को सलाद के तौर पर खाने से वजन घटाने में मदद मिलती है क्योंकि इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जिससे कि इसमें मौजूद पोषक तत्व ब्लडप्रेशर, ब्लडशुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करते हैं। इन्हीं गुणों की वजह से इसे दिल के लिए भी गुणकारी माना जाता है और दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
एलोवेरा से भी ज्यादा फायदेमंद कैक्टस फेसपैक
वर्तमान समय में चेहरे की निखार ज्यादा जरूरी हो गई है, जिसके लिए आज भी लड़कियां कास्मेटिक प्रोडक्ट से ज्यादा नैचुरल और घरेलू नुस्खों में ज्यादा भरोसा करती है। एलोवेरा के फेसपैक से भी ज्यादा फायदेमंद कैक्टस का फेसपैक माना जाता है। इस फेसपैक से ड्राई स्किन हट जाती है, टैनिंग, पिंपल्स, झुर्रियों में भी यह फायदेमंद है। साथ ही नियमित तौर पर इसके इस्तेमाल से स्किन टाइट हो जाती है और त्वचा नम, मुलायम और ताजी बनी रहती है।