Bala Fort Alwar: राजस्थान के कई प्राचीन किले अपने इतिहास और रोचक कहानियों के लिए जानें जाते है। ये सभी किले सालों से अपने साथ अपनी कला और इतिहास को समेंटे हुए है। इन्हीं किलों में से एक है दुनिया भर में प्रसिद्ध 700 साल पुराना बाला किला। इस किले को कुंवारा किले के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह किला हमेशा से अविजित रहा है। इसी कारण से इसे किले की पहचान कुंवारा किले के रूप में होती है। ऐसा माना जाता है कि इस किले में कई सालों पुराना खजाना छुपा हुआ है।
किले से जुड़े तथ्य
राजस्थान का यह बाला किला अलवर जिले के स्थित है। यह किला 8 किमी के दायरे में फैला हुआ है। इस किले का निर्माण रियासतकाल में आक्रमण से बचने के लिए किया गया था, जिसे कायमखानी शैली में बनाया गया था। दुश्मन पर बंदूकें चलाने के लिए दीवारों पर 500 से ज्यादा छेद बनाए गए थे ताकि 10 फीट लंबी की बंदूक की गोली से भी बचा जा सके।
बाबर ने बिताई थी यहां पूरी रात
इस किले का निर्माण 1551ई. में हसन खान के द्वारा किया गया था। ऐसा कहा जाता है कि मुगल सम्राट बाबर ने यहां एक रात बिताई थी। इसके अलावा जहांगीर निर्वासन अवधि के समय 3 साल तक इस किले में रहे थे। उस वक्त इस किले को सलीम महल के नाम से जाना जाता था। जहांगीर जिस कमरे में रूके थे उसे लोग सलीम महल के नाम से जानते हैं।
भारत के प्राचीन किलों में से एक है बाला किला
यह किला अपनी वास्तुकला के लिए पूरे देश में जाना जाता है। यह किला अंदर से कई हिस्सों में बंटा हुआ है। इस किले में एक तरफ से दूसरी तरफ जाने के लिए सीढ़ियां बनीं हुई है। इस किले को देश के बड़े किलों की सूची में जाना जाता है।