rajasthanone Logo
Rajasthan Art: राजस्थान के बीकानेर की चित्रकारी पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान रखती है। आज भी यह चित्रकारी प्राचीन महलों, हवेलियों और मंदिरों में नजर आती है।

Rajasthan Art: राजस्थान एक ऐसा प्रदेश है जो विभिन्न प्रकार की कलाओं के लिए जाना जाता है। राज्य से कई बड़े-बड़े कलाकार पैदा हुए जो मूगल काल से पहले से ही अपनी कलाकारी करते हुए आ रहे है। पिढ़ी दर पिढ़ी यह कलाकारी विरासत के रूप में लोगों तक पहुंचती रही। यहां कई कलाएं समय के साथ-साथ लुप्त हो गई।

लोगों का अन्य क्षेत्रों की तरफ झुकाव होने लगा और पैसे कमाने के लिए लोगों ने अपनी हाथ की कलाओं का इस्तेमाल करना बंद कर दिया। लेकिन राजस्थान में आज भी आपको कई ऐसे कलाकार मिलेगे जो अपने हाथों से मानों जादू करते है। ऐसे कलाकारों और चित्रकारी को जीवित रखने के लिए देश और विदेश स्तर पर कई कार्यक्रम किए जाते है और इन चित्रकलाओं को लोगों तक पहुंचाया जाता है। आज इस लेख में हम बात करेंगे बिकानेर की पारंपरिक चित्रकला की। 

महलों, हवेलियों और मंदिरों में नजर आती है यह कला 

रियासत काल से चलती आ रही बीकानेर की पारंपरिक चित्रकला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अनोखी पहचान रखती है। आज भी यह चित्रकारी आपको राजस्थान के कई प्राचीन महलों, हवेलियों और मंदिरों में दिखाई दे जाएंगी। साथ ही चटकीले रंगों और बारीकी से तैयार की गई यह चित्रकारी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।  

काम ने दिलाई अलग पहचान

चित्रकार अकबर अली ने कहा कि यहां की दरगाहों के ऊपर बने गुंबद के अंदर आज भी मुगलकालीन चित्रकारी और सोने की कलम से काम कराया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान के अलावा दिल्ली समेत अन्य शहरों में भी इस कलाकारी को करने के लिए कलाकार बुलाए जाते है। राजस्थान के अन्य जिलों जैसे सवाई माधोपुर, पुष्कर, कोटा चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, गंगानगर की दरगाहों में भी चित्रकारी की जाती है। इस कला ने चित्रकारी के कलाकारों को दुनिया भर में एक अलग पहचान दिलवाई है।

ये भी पढ़ें:- Alwar Clay Art: अलवर की कागजी मिट्टी कला...इसके बर्तन देख सोचिएगा इसे इस्तेमाल करें या इससे घर सजाएं

5379487