Dhebar Lake : राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित ढेबर झील ka जयसमंद झील भी कहा जाता है। यह एशिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है। इसके अलावा यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम झील भी है।
उदयपुर से 45 किमी की दूरी पर स्थित यह झील 87 किमी के क्षेत्रफल में फैली हुई है। इसे 17वीं शताब्दी में राणा जय सिंह ने गोमती नदी पर बनवाया था। इसके पास में ही 984.3 फीट ऊंचा संगमरमर का बांध भी बनवाया गया है। इस चर्चित और खूबसूरत झील को देखने हर साल दूर-दूर से लोग आते हैं।
झील पर बने हैं तीन द्वीप
यदि आप यहां घूमने का विचार कर रहे हैं तो जान लिजिए कि इस झील में आपको 10 से 40 एकड़ के तीन द्वीप दिखाई देंगे। यह झील ना केवल भारत की ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है बल्कि पूरी दुनिया की प्रसिद्ध झीलों में से एक है।
खेतों की सिंचाई के लिए हुआ निर्माण
वर्ष 1685 में झील को महाराणा जय सिंह द्वारा बनावाया गया था। लेक का निर्माण मेवाड़ के दक्षिण-पूर्वी इलाके में किसानों के लिए किया गया था ताकि उन्हें खेती करने में पानी की कमी की समस्या ना झेलनी पड़े। इस झील के उद्घाटन के समय महाराणा जय सिंह ने 2 जून 1961 को अपने वजन के बराबर का सोना राज्य को दान किया था।
ढेबर झील के आसपास का नजारा
ढेबर झील में तीन द्वीप मौजूद हैं, जिनपर भील मिनस जनजाति के लोग कई सालों से रह रहे हैं। इनमें सबसे बड़े द्वीप का नाम बाबा का मगरा है। इसके अलावा झील के आसपास का नजारा बेहद सुंदर है। झील के उत्तर में शिव मंदिर स्थित है। झील के दक्षिणी में 12 खंभो का मंडप बना हुआ है। साथ ही महाराणा जय सिंह द्वारा रानियों के लिए बनाए गए महल भी दिखते हैं।