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International Pushkar Mela: अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2024 दो विभाग द्वारा विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताए और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पर्यटन और पशुपालन विभाग ने यह प्रतियोगिता आयोजित कराई है।

International Pushkar Mela: अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2024 अपने चरम पर है ओर यह काफी लोगों को आकर्षित कर रहा है। इसमें होने वाली प्रतियोगिताओं की वजह से मेले में पर्यटन और पशुपालन विभाग की ओर से पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। हाल ही में पुष्कर मेले में क्रिकेट मैच का आयोजन हुआ, जिसमें दो टीम उतरी एक देसी टीम ओर एक तरफ विदेशी टीम, वही शान ए मूंछ प्रतियोगिता ने भी लोगों का मन मोह लिया।

राजस्थान की लोक संस्कृति से विदेशियों को जोड़ने के उद्देश्य से रखी गई साफा और तिलक प्रतियोगिता भी शानदार रही। यह प्रतियोगिता केवल विदेशी पर्यटकों के लिए ही रखी गई थी। पुष्कर मेले में लगान स्टाइल में क्रिकेट मैच खेला गया विदेशी ओर देसी लोगों के बीच यह मुकाबला काफी रोमांचक रहा। विदेशी पर्यटकों की टीम 34 रन बना कर स्थानीय टीम के सामने छोटा स्कोर रखा, जिसमें 2 विकेट के नुकसान पर ही स्थानीय टीम ने जीत दर्ज की, मगर मैच का आनंद पर्यटकों ने जमकर उठाया। आइए जानते हैं बाकी प्रतियोगिताओं के बार में।

शान-ए-मूंछ प्रतियोगिता

मेला मैदान में पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित शान ए मूंछ प्रतियोगिता काफी विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षित रही। विदेशी पर्यटकों के लिए यह हमेशा से ही काफी आकर्षित करने वाली प्रतियोगिता रहती है। इस प्रतियोगिता में पाली जिले के मेलावास निवासी राजपुरोहित की मूंछों की शान अव्वल रही। द्वितीय स्थान पर रहे शाहपुरा के इशाक खान और तृतीय स्थान पर रहे जोधपुर के हिमांशु गुर्जर।

मूंछ प्रतियोगिता के विजेता का संदेश

यह प्रतियोगिता का आयोजन केवल विदेशी पर्यटकों को लोक संस्कृति से जुड़ने के लिए किया गया था। मूंछ प्रतियोगिता में विजय रहे पाली जिले के मेलावास निवासी राम सिंह राजपुरोहित मेडिकल डिपार्टमेंट में सरकारी नौकरी में है। उन्होंने अपनी मूंछ को 20 साल से बढ़ाना शुरू कर दिया था।उन्होंने बताया कि प्राकृतिक तरह से वह अपनी मूंछ की देखभाल करते है कोई अन्य पदार्थ का उपयोग नहीं करते।

उनका मानना है कि मूंछ रखने से रौब और इज्जत दोनों बढ़ती है, युवा को उनका यही संदेश है कि वह अपनी संस्कृति और जड़ों से जुड़े रहे। अपनी संस्कृति और परंपराओं को न भूले इसको आग बढ़ाने के लिए हमेशा सजग रहे। राजपुरोहित ने बताया कि वह लगातार तीसरी बार जीते हैं। एक प्रतिभागी ने अपनी मूंछ से पुष्कर लिख दिया था। यह सब कुछ देख कर विदेशी पर्यटक भी दंग रह गए, यह प्रतियोगिता विदेशी पर्यटकों के लिए काफी आकर्षण का केंद्र रही।

साफा तिलक प्रतियोगिता

विदेश से आने वाले पर्यटकों को यह मेला काफी आकर्षित करता है, यहां की संस्कृति को महसूस करने के लिए विदेशी सैलानी यहां आते हैं। इसलिए पर्यटन विभाग ने एक प्रतियोगिता खास इसलिए आयोजित की उसका नाम है साफा तिलक प्रतियोगिता। इस प्रतियोगिता में विदेशी सैलानी ने खूब जमकर आनंद उठाया। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आए रशिया की ओल्गा नौसिकवा ने स्पेन के इनरिक्वे को साफ बांधकर तिलक लगा कर जीत दर्ज की। वहीं दूसरे स्थान पर इंग्लैंड की लूसी और जैक एवं तीसरे स्थान पर स्पेन के जोली और अहा रहे।

मेले का अनुभव रहा शानदार

आयरलैंड से आई माईड बताती है कि " यह मेरा सौभाग्य है कि मैं यह पुष्कर मेले में हूं, यह सभी मेरे लिए आश्चर्यचकित है। मैं सभी को कहना चाहूंगी कि वह भी पुष्कर मेले में जरूर आए।" जर्मनी से आई क्रिस्टीना बताती है कि "पुष्कर वह दूसरी बार आई है, लेकिन मेले में उनका अनुभव पहला है, मैं पुष्कर छुट्टियां मनाने आई हूं। मैं बेंगलुरु में पढ़ रही हूं, यहां सब कुछ अच्छा है।

मूंछ प्रतियोगिता मुझे बहुत पसंद आई और मैंने खूब आनंद लिया"। आयरलैंड से आई रेगमंड ने बातचीत में बताया कि 2085 में वह पहली बार भारत आई थी और अब 19 साल बाद जिस उम्मीद से आई वह पूरी हो गई, यह कमाल का अनुभव रहा खासकर मूंछ प्रतियोगिता शानदार रही यह भीत ही मजेदार समय गुजर रहा है, निश्चित ही यह मेरे जीवन के खूबसूरत पलो में से एक होंगे।

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