Jaisalmer Tourism: राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित पटवा हवेलियां अपने आप में कला का अद्भुत उदाहरण है। ये हवेलियां अपनी खास वास्तुकला और बारीक नक्काशी के चलते पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। कला की इस बेहद खूबसूरत नमूने को देखने के लिए विदेशों से लोग यहां आते है। लोग यहां आकर इन हवेलियों के बारें में जानकारी इकट्ठा करते है और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को इस जगह के बारे में बताते हैं।
व्यापारी ने किया था निर्माण
इन हवेलियों का निर्माण 19वीं सदि में जैसलमेर के एक व्यापारी गुमान चंद जैन ने कराया था। इन हवेलियों के निर्माण का कार्य व्यापारी के पोते चंद बाफना ने पूरा किया था। इन पांच हवेलियों को एक लाइन से तैयार किया गया है। बताते हैं कि इन्हें तैयार करने में लगभग 60 साल का समय लगा था।
हवेलियों में दिखती है राजस्थानी आभूषणों की झलक
जानकारी के अनुसार इन पटवा हवेलियों का निर्माण सोने-चांदी के व्यापारियों के आवास के लिए किया गया था। इन सभी हवेलियों को हर एक परिवार के लिए तैयार कराई गई थी। खास बात यह है कि इन हवेलियों की नक्काशी राजस्थानी महिलाओं के आभूषणों में दिखाई पड़ती है।
बारीक नक्काशी और झरोखों का अनोखा नमूना
पीले बलुआ पत्थर से बनी पटवा हवेलियों की बारीक नक्काशी कला का अनोखा प्रतीक है। यहां की दीवारों पर की गई बारीक नक्काशी अद्भुत नमूना पेश करती है। कई प्रकार की आकृतियां जैसे देवी-देवताओं, फूल-पत्तियों और पशु-पक्षियों यहां के दरवाजों व खिड़कियों पर दिखाई देती है।
हवेलियों के अंदर मौजूद है संग्रहालय
इन पांच हवेलियों में एक संग्रहालय भी बना हुआ है, जो यहां आए पर्यटकों के लिए काफी रोचक जगह है। लोग यहां हवेलियों के बारें में विस्तार से जान सकते हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक जैसलमेर की इन हवेलियों से लोगों को काफी फायदा हुआ है। पर्यटकों के आने से इस जगह को नई ऊंचाई मिली है। सालाना हजारों पर्यटक यहां आते हैं।
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