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JLF 2025: मशहूर गायक कैलाश खेर ने अपनी जिंदगी के संघर्षों के बारे में बताया, जब वह दिल्ली की सड़कों पर ट्रक चलाते थे और आज कैसे संगीत की दुनिया में छा गए। चलिए बताते हैं उन्होंने क्या कहा है।

JLF 2025: क्या आप यकीन कर सकते हैं कि जो आदमी दिल्ली की सड़कों पर ट्रक चलाता था, वह आज लाखों दिलों पर राज करता है? ये और कोई नहीं आपके चहेते और मशहूर सिंगर कैलाश खेर ही हैं। कैलाश खेर ने जयपुर लिटरेचल फेस्टिवल में अपनी जिंदगी के वो राज खोले हैं, जो आप नहीं जानते होंगे। कैलाश खेर ने अपनी किताब 'तेरी दिवानी- शब्दों के पार' का उद्घाटन किया, लेकिन इस इवेंट में उन्होंने अपनी ज़िंदगी की एक गहरी सच्चाई सभी के साथ शेयर की, जिसे जानकर हर कोई हैरान रह गया।

दिल्ली में ट्रक चलाने से संगीत की दुनिया तक का सफर

कैलाश खेर, जिनकी आवाज़ आज लाखों लोगों के दिलों में बसी हुई है, अपनी शुरुआती ज़िंदगी के बारे में बताते हैं, "मैं दिल्ली में ट्रक चलाता था और कभी नहीं सोचा था कि मेरी ज़िंदगी इस मोड़ पर आएगी।" उनका यह बयान सुनकर कोई भी अंदाजा नहीं लगा सकता कि वही आदमी एक दिन संगीत के देवता बन जाएगा।

'जब कुछ भी आसान नहीं था'

मशहूर गायक कैलाश खेर ने खुलकर अपनी ज़िंदगी के संघर्ष के बारे में बताया। "जब आप अनाथ हो जाते हैं तो आपकी दुनिया पूरी तरह बदल जाती है। आपको हर चीज़ का एक नया नज़रिया मिलता है," आगे बताते हैं कि जब उन्होंने अपने संघर्ष की शुरुआत की, तो उनके पास कोई रास्ता नहीं था, बस एक सपना था जो कहीं दूर दिख रहा था।

 हार नहीं, बल्कि उम्मीद की ताकत

"दिल्ली में ट्रक चलाते हुए कभी नहीं सोचा था कि मेरी जिंदगी इतनी बड़ी हो जाएगी। मैं ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने गया था, तो एजेंट ने मुझसे पूछा, 'कमर्शियल लेंगे या प्राइवेट?' मुझे तो फर्क ही नहीं पड़ा कि यह क्या होता है। यह सफर इतना आसान नहीं था। कैलाश खेर ने बताया कि कैसे उन्हें लगातार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा।

जब आप अकेले होते हैं, जब लोग आपको नकारते हैं, ये वही पल होते हैं जब आपको आपकी असली ताकत पता चलती है,"  यह सब उनकी यात्रा के वो संघर्ष भरे पल थे, जब उन्होंने तय किया कि वे हार नहीं मानेंगे।

'तू जो छू ले प्यार से': गाने से बढ़कर एक इमोशन

कैलाश खेर ने यह भी बताया कि उनका फेमस गाना 'तू जो छू ले प्यार से' सिर्फ एक गाना नहीं, बल्कि उनकी ज़िंदगी के जज़्बात और संघर्ष का परिणाम था। "यह गाना वही बीज है, जो 10 साल पहले मेरे अंदर उगे हुए बीज सा हुआ था। कैलाश खेर का मानना है कि असफलताएं ही हमें सिखाती हैं कि क्या करना चाहिए। "मेरे पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था। बस खुद पर यकीन था, और यही मुझे आगे बढ़ने की ताकत देता था,”|  उनका मानना है कि किसी भी सफर में मुश्किलें आती हैं, लेकिन वही मुश्किलें हमें मजबूत बनाती हैं।

आज कैलाश खेर न केवल एक प्रसिद्ध गायक हैं, बल्कि उनकी ज़िंदगी एक प्रेरणा बन चुकी है। उन्होंने अपनी किताब की लांचिंग पर कहा, मैं चाहता हूं कि लोग जानें कि कैसे मैंने अपनी असफलताओं से सीखा और अपनी मुश्किलों को अपनी ताकत में बदला।

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