Hindu Sena Wrote a Letter to District Collector Demand for Worship: राजस्थान की अजमेर दरगाह इस समय मंदिर होने के दावे को लेकर लगातार चर्चाओं में है। एक बार फिर हिंदू सेना ने महाशिवरात्रि पर मंदिर में पूजा करने को लेकर हलचल मचा दी है। हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर मांग की है कि इस दरगाह के स्थान पर संकट मोचन शिव मंदिर रहा है, जहां सदियों से भगवान महादेव की पूजा-अर्चना होती आई है। हम आने वाली महाशिवरात्रि पर पूजा करके इस परंपरा को पुनर्जीवित करना चाहते हैं।
जानें क्या है इस पत्र में
बता दें अजमेर जिला कलेक्टर को लिखे पत्र में हिंदू सेना अध्यक्ष ने मांग करते हुए लिखा है कि “महोदय सविनय निवेदन है कि अजमेर दरगाह हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाई गई है। साक्ष्यों के अनुसार दरगाह परिसर के नीचे एक प्राचीन शिव मंदिर स्थित है, जहां सदियों से भगवान शिव की पूजा-अर्चना होती रही है। पूजा करने वाले ब्राह्मणों को घड़ियाली कहा जाता था। षडयंत्र के तहत वहां भगवान शिव की पूजा पाठ बंद कर दी गई। मंदिर के गर्भ ग्रह में भगवान शिव की प्रतिमा दीवार पर अंकित है, जो आज भी विद्यमान है।”
उन्होंने पत्र में आगे मांग करते हुए लिखा कि “महाशिवरात्रि का पर्व साल में एक बार आता इस पर्व को करोड़ हिंदू प्रमुखता से मनाते हैं। इस दिन भगवान शिव की पूजा पाठ और आराधना की जाती है। यह महाशिवरात्रि का पावन पर्व इस वर्ष 26 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। यह पर्व भगवान शिव को समर्पित है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है।
अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए, महाशिवरात्रि के दिन प्राचीन संकटमोचन महादेव शिव मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने की अनुमति प्रदान करें।
आपकी स्वीकृति के लिए हिंदू सनातनी सदैव आभारी रहेंगे।”
हिंदू सेना ने डाली है कोर्ट में याचिका
बता दें हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अजमेर दरगाह में संकट मोचन शिव मंदिर होने का दावा किया है। इस दावे के संबंध में उन्होंने अजमेर पश्चिम सिविल कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसे कोर्ट द्वारा स्वीकार करने के पश्चात तीन पक्षकारों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। तीनों पक्षकारों द्वारा अभी तक कोर्ट में जवाब नहीं दिया गया है। इस मामले की अगली सुनवाई अगले माह 4 मार्च को होनी है।
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