Rajasthan Budget Session 2025: राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 में की गई घोषणाओं को पूरा करने के लिए गंभीर हो गए हैं। 50 प्रतिशत से अधिक जिलों की परियोजनाएं अपने तय लक्ष्य से काफी पीछे चल रही है, इसी को देखते हुए सीएम ने जयपुर संभाग के सभी जिला कलेक्टरों की एक समीक्षा बैठक बुलाई थी। उन्होंने आगामी 3 दिनों सभी लंबित परियोजनाओं की रिपोर्ट मांगी है, ताकि उनका तकनीकी परीक्षण कर सभी आवश्यक स्वीकृतियों को इसी फरवरी माह के अंत तक जारी कर सकें।
कलेक्टरों को दिए कंटीजेंसी प्लान के निर्देश
सीएम निवास पर सीएम भजनलाल ने वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जयपुर संभाग के सभी जिला कलेक्टरों की समीक्षा बैठक रविवार 16 फरवरी को आयोजित की। इस बैठक का उद्देश्य मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 के बजट घोषणाओं तथा विकास कार्यों की समीक्षा करना था, उन्होंने सभी कलेक्टरों को आवश्यक निर्देश जारी करते हुए ने कहा कि बजट संबंधी समस्त घोषणाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी आपकी होगी।
आगामी गर्मियों को देखते हुए आम जनता को किसी भी प्रकार की बिजली, पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा पर्यटन सहित अन्य क्षेत्रों में कोई समस्या न हो इसके लिए एक कंटीजेंसी प्लान की तैयारी कर लें।
तकनीक और विरासत पर जोर
बैठक में सीएम ने सरकार का विजन स्पष्ट करते हुए कहा कि हमें अपनी विकास परियोजनाओं को भविष्य के अनुरूप तकनीकी तौर पर आगे बढ़ाना है। इसमें “हैरिटेज भी, हाईटेक भी” विजन के तहत अपनी सांस्कृतिक तथा ऐतिहासिक विरासतों को संरक्षित करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि विरासत और आधुनिकता के संतुलित विकास से ही राजस्थान को एक नई पहचान मिलेगी।
धार्मिक स्थलों के आधुनिक ढांचे पर जोर
सीएम भजनलाल ने पीएम मोदी के विजन के तहत जिस प्रकार हाल ही में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में कुंभ की तैयारियों सहित अन्य ढांचागत विकास को देखा। उसी की सफलता को देखते हुए अपने राज्य में भी खाटू श्यामजी के मंदिर तथा झुंझनु के लोहार्गल जैसे पर्यटन स्थलों को भी विश्वस्तरीय सुविधाओं के विकास के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार जयपुर में प्रस्तावित एक हाईटेक सिटी विकसित करने के ड्रीम प्रोजेक्ट के उसकी आधारभूत सुविधाओं को विकसित करने के निर्देश दिए।
ये भी पढ़ें- Rajasthan politics: भजनलाल सरकार की तरफ से बड़ा ऐलान, गहलोत राज की व्यवस्था के तीन शहरों में होगैं बड़े बदलाव