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Rajasthan Politics: राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का पीएम मोदी से गर्मजोशी से मुलाकातों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। एक के बाद एक मुलाकातों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।

Bhajanlal Cabinet Reshuffle Speculations: राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का पीएम मोदी से गर्मजोशी से मुलाकातों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। विगत कुछ दिनों के अंदर पहले पीएम मोदी के जयपुर दौरे के दौरान और फिर दिल्ली जाकर एक के बाद एक मुलाकातों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।

पीएम मोदी विगत 17 दिसंबर को जयपुर के दादिया गांव में एक ऐतिहासिक परियोजना के उद्घाटन के अवसर पर आए थे। तभी मंच पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से मुलाकात हुई थी। कहने को तो चंद मिनटों की इस मुलाकात ने इस गिरते पारे में राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। 

राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की अटकलें   

पीएम के साथ वसुंधरा की मुलाकातों की तस्वीर जैसे ही बाहर निकलकर आयीं, उसमें दिखी मुलाकातों की गर्माहट पर ध्यान दें तो कुछ राजनीतिक पंडितों की मानें तो इस मुलाकात को वसुंधरा राजे के राजनीतिक पुनर्वास से जोड़कर देखा जा रहा है। जिनमें प्रमुख रूप से भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर आ रहीं हैं। जिस प्रकार लोकसभा चुनाव के समय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल आधिकारिक रूप से समाप्त हो गया है।

उस हिसाब से देखें तो राजे पार्टी की काफी कद्दावर नेत्री हैं।  किंतु कुछ का मानना है कि पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव अकेले पीएम पर निर्भर नहीं है। बल्कि यह पार्टी और संघ के साथ मिलकर नाम तय होता है, कि किसको अध्यक्ष बनाया जायेगा। इसलिए जब भी पार्टी अध्यक्ष का नाम तय होगा। जिससे आने वाले विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में पार्टी को लाभ हो। इसके साथ ही संभावित अध्यक्ष की जाति से भी संदेश जाए।  

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी सुगबुगाहट    

दूसरी अटकल प्रदेश मंत्रिमंडल के विस्तार के रूप में लगाई जा रही है। क्यों कि राइजिंग राजस्थान समिट के उद्घाटन के दौरान वसुंधरा का पूरे दिन पीएम के कार्यक्रम में रहना, उसके बाद ददिया में मंच पर पीएम की 2 मिनट की बातचीत ने इन अटकलों को हवा दे दी।

बता दें राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें हैं, नियमानुसार मंत्रियों की संख्या 15 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती। इस प्रकार इस समय कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या अधिकतम 30 हो सकती है। जबकि वर्तमान समय में कुल मंत्रियों की संख्या 24 है। तब अभी भी 6मंत्रियों की संभावना शेष है।  

इन विधायकों की लग सकती है लॉटरी 

राजस्थान की राजनीति पर ध्यान रखने वालों के अनुसार कई नामों पर चर्चा छिड़ी हुई है। इसमें पूर्वमंत्री अनीता भदेल, कालीचरण सर्राफ, श्रीचंदेल कृपलानी और पुष्पेंद्र सिंह राणावत के नाम सूची में चल रहे हैं। इसके अतिरिक्त आदूराम मेघवाल, हंसराज मीणा, रामविलास मीणा, गोवर्धन वर्मा तथा जयदीप बियानी का नाम चर्चाओं में हैं। 

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