Biometric verification process stopped in Rajasthan: राजस्थान में बायोमेट्रिक सत्यापन प्रक्रिया बंद हो जाने के कारण राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से मिल रहा राशन लाभार्थियों को मिलना बंद हो गया है। राजधानी जयपुर क्षेत्र के लाभार्थियों तक को राशन मिलना कठिन हो गया है। इसकी मूल कारण लाभार्थियों का पूर्व की भांति अंगूठा लगाकर होने वाली बायोमेट्रिक सत्यापन प्रक्रिया को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। ऐसी स्थिति में लाभार्थियों के पास एकमात्र उपाय आइरिस स्कैनर द्वारा सत्यापन कराना बचा है। उसके द्वारा सत्यापन हो गया तो ठीक अन्यथा लाभार्थी के पास बिना राशन लिए लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं बच रहा। इस स्थिति से परेशान आमेर क्षेत्र के लाभार्थी अपने राशन कार्ड लौटाने डीलर के पास पहुंच गए।
हजारों क्विंटल गेहूं लैप्स होने की कगार पर
बता दें विगत 1 वर्ष से भी अधिक समय से भारत सरकार की ओर से लाभार्थियों की केवाईसी सत्यापन प्रक्रिया जारी थी। जिसकी सत्यापन समय अवधि को भी समय-समय पर बढ़ाया जाता रहा। अब 31 मार्च के बाद अंगूठे से बायोमेट्रिक सत्यापन को सरकार द्वारा पूरी तरह बंद कर दिया है। इससे अब तक जिन लाभार्थियों की केवाईसी नहीं हो सकी थी वो आसानी से राशन ले रहे थे। अब उन लाभार्थियों को राशन मिलना सत्यापन न करा पाने के कारण बंद हो गया। इससे लाभार्थियों में हड़कंप तथा रोष व्याप्त हो गया है। इधर इस स्थिति से रसद अधिकारी भी चुप हैं, राशन वितरण पूरी न होने के कारण गैंहूं के लैप्स होने की नौबत आ गई है। इससे बचने के लिए वितरण तारीख को भी आगे बढ़ा रहे हैं।
आइरिस स्कैनर में आ रही समस्या
अखिल भारतीय उचित मूल्य दुकानदार संघ के अध्यक्ष डिंपल शर्मा ने बताया कि बायोमेट्रिक सत्यापन प्रक्रिया बंद हो गई है। वहीं आइरिस स्कैनर से लाभार्थियों के सत्यापन में तकनीकी गड़बड़ी की समस्या आ रही है। ऐसी अव्यवस्थाओं के कारण लाभार्थियों को गैंहू राशन न मिलने के कारण राशन डीलरों के साथ रोष व्यक्त कर राशन कार्ड लौटाने की बात कर रहे हैं।
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