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Cm Bhajan Lal : सीएम भजनलाल शर्मा ने आज भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा उनसे जुड़ी मुलाकात का किस्सा भी लोगों के साथ साझा किया।

Cm Bhajan Lal : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज 100वीं जयंती पूरे देश में मनायी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस मौके पर भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ा एक संस्मरण सुनाया। 
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि मेरे ताउजी गिर्राज दादा ने अटल बिहारी वाजपेयी जी और पंड़ित दीनदयाल उपाध्याय जी के साथ काम किया था। इसके अलावा गोवर्धन से चुनाव भी लड़ा था। 1998 के चुनाव से पहले हमने ताऊ जी से कहा कि आप अटल बिहारी वाजपेयी जी के पास चलिए और हमारी सिफारिश करिए।
लेकिन ताऊजी ने कहा कि मैं नहीं जाऊंगा लेकिन आपको एक पत्र दे देता हूं। आप इसे लेकर चले जाइए। इसके बाद गोवर्धन दादा ने पत्र में लिखा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी यह हमारा भतीजा है और आपसे मिलने आ रहा है। इसके मन में कुछ विचार हैं, उन्हें सिर्फ सुन लेना बाकि कुछ मत करना। 

ब्रज के दाल बाटी चूरमा का किया था जिक्र

सीएम भजनलाल शर्मा ने बताया कि जब मैंने अटल बिहारी वाजपेयी जी को पत्र दिया तो उन्होंने कहा कि अच्छा गिर्राज दादा के यहां से आए हो। वह दाल-बाटी बहुत अच्छा खिलाते थे। अटल बिहारी वाजपेयी जी को ब्रज के दाल-बाटी चूरमा का ध्यान था। इस वजह से उसके स्वाद का जिक्र किया। अटल बिहारी वाजपेयी जी ने राष्ट्र को दिशा देने का काम किया। लोकसभा में जब वह तर्क संगत बात रखते थे तो विरोधी भी उनका लोहा मानते थे। 

अटल बिहारी वाजपेयी जी का मिला सानिध्य

सीएम भजनलाल शर्मा ने बताया कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी इतने बड़े होते हुए भी सरल एवं साधारण व्यक्तित्व के धनी थे। 1993 में हमारी यहां सरकार बनी थी। आंदोलन से जुड़ी एक यात्रा आगरा से राजस्थान में प्रवेश कर जयपुर आनी थी। अटल बिहारी वाजपेयी जी से जुड़ी व्यवस्थाओं के लिए मुझे लगाया गया। तब मुझे उनके साथ रहने का मौका मिला। इतना बड़ा व्यक्ति बहुत ही सरल तरीके से रहता था। जिस बात ने मुझे बहुत प्रभावित किया।
 

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