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राजस्थान के झुंझुनू के सीमावर्ती गांवों के किसानों ने हरियाणा की सीमा में पहले जमीन खरीद, उस पर ट्यूबवेल लगवा दिए और फिर वहां से पाइपलाइन द्वारा ट्यूबवेल का पानी गांव ले आए।

Rajasthan Farmers Found Solution of Water Crisis: राजस्थान के सीमावर्ती जिले झुंझुनू के किसानों ने जल संकट से निजात पाने का एक अनूठा उपाय खोज लिया है। चूंकि झुंझुनू के सीमावर्ती गांव हरियाणा की सीमा से सटे हुए लगते हैं। इस स्थिति में इन गांवों के किसानों ने आपदा को अवसर में बदल लिया। वहां के कुछ किसानों ने हरियाणा की सीमा में पहले जमीन खरीदी, फिर उस जमीन पर ट्यूबवेल लगवा दिए और फिर वहां से पाइपलाइन के सहारे ट्यूबवेल का पानी गांव क्षेत्र तक ले आए। जिससे उन्होंने सिंचाई के साथ ही पेयजल की समस्या पर भी काबू पा लिया है।

पड़ोसी हरियाणा बना वरदान

जल संकट से जूझ रहे राजस्थान के सीमावर्ती गांवों के किसानों के लिए पड़ोसी हरियाणा वरदान के रूप में सामने आ गया है। वह न केवल अपने द्वारा पानी ला रहे हैं बल्कि हरियाणा के लोगों से भी अपने स्तर पर पानी का कनेक्शन ले रहे हैं। इसके लिए उन्होंने वहीं सीमा पर ही जल संग्रह कुंड बना रखे हैं। इस तरह देखें तो पड़ोसी राज्य हरियाणा से कृषि सिंचाई ही नहीं पेय जलापूर्ति के लिए वरदान सिद्ध हो रहा है। हरियाणा के भी ट्यूबवेल मालिकों ने अवसर को भुनाते हुए राजस्थान सीमा के अंदर सीमावर्ती गांवों तक निजी पाइपलाइनों के जरिए कनेक्शन बांट रखे हैं, जिसके सहारे घरों को पानी आपूर्ति कर रहे हैं। इसके बदले में 200 रुपए प्रति माह ले रहे हैं।

10 किमी तक बिछ चुकी पाइप लाइन

बता दें जलदाय विभाग बुहाना के एईएन अविनाश कुमार के अनुसार उपखंड बुहाना में पेय जलापूर्ति हेतु जल जीवन मिशन हेतु कुल 29 पंचायतों में काम चल रहा है। बावजूद इसके बुहाना तहसील के पथाना, भालोठ, काकड़ा, गूंति, तथा श्योपुरा जैसे गांवों के किसानों ने हरियाणा के सीमावर्ती गांवों जैसे दुलोठ, गोद बलाहा, चिंडालिया तथा मरहमपुर में कुछ भूखंड खरीद लिए, उन पर ट्यूबवेल स्थापित कर वापस राजस्थान में 2-10 किमी तक पाइप लाइन को बिछाकर अपने खेतों तक पानी ले आए। वहीं खेतों में गहरे पानी के कुंड बनाकर सिंचाई हेतु पानी को जमा कर लिया।

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