Jaipur Literature Festival 2025: राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर में आज विश्व प्रसिद्ध जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का शानदार आगाज होटल क्लार्क्स आमेर में हो गया। इस अवसर पर इस वर्ष की सबसे खास बात यह है कि लिटरेचर फेस्टिवल में राजस्थानी संस्कृति से सराबोर थीम रखी गई है। इस बार 103 देशों के 600 से अधिक हस्तियां विभिन्न विषयों पर अपने विचार व्यक्त करेंगी।
इनमें कला, संस्कृति, लेखक, चिंतक, आलोचक, बुकर, नोबेल इत्यादि के साथ ही ब्रिटेन के पूर्व प्रधान मंत्री ऋषि सुनक तथा उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति इस आयोजन की विशेष हिस्सा होंगे। 5 दिवसीय इस फेस्टिवल का समापन समारोह 3 फरवरी को होगा।
इन हस्तियों का होगा समागम
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में इस बार देश-विदेश की कई हस्तियों में जहां कैम्ब्रिज ब्रिटेन से आणविक जीवविज्ञानी 2009 के नोबेल विजेता वेंकट रामकृष्णन, नमिता गोखले, विलियम डेलरिम्पल, एंजेला पेन शामिल होंगे। तो वहीं दूसरी ओर देश की जानी मानी हस्तियों में शशि थरूर, मालिनी अवस्थी, कैलाश सत्यार्थी, जावेद अख्तर, सुधा मूर्ति, हुमा कुरैशी, गीतांजलि श्री, प्रमोद कपूर, मोहिंदर अमरनाथ, दीपा मलिक, कैलाश खेर जैसी दिग्गज हस्तियां शामिल होंगी। इसके साथ ही इस फेस्टिवल में छात्रों को भी सशुल्क शामिल होने का अवसर प्राप्त होता है।
म्यूजिकल स्टेज टिकट के दाम हुए कम
इस बार फेस्टिवल में एंट्री को लेकर कुछ टिकट के दाम कम किए गए हैं। फ्रेंड्स ऑफ फेस्टिवल तथा म्यूजिकल स्टेज टिकट के दाम कम किए गए हैं। विगत वर्ष जहां इस कार्यक्रम की टिकट के दाम 950 रुपए थे तो इस बार 499 रुपए रखी गई है। वहीं आज 30 जनवरी से 1 फरवरी 2025 तक फ्रेंड्स ऑफ फेस्टिवल पास के एक दिन के लिए 13500 रुपए चुकाने होंगे, तो 2 फरवरी के लिए इसकी कीमत 18000 रु और 3 फरवरी के लिए 16000 रुपए होगी। इसके साथ ही 3 फरवरी वाले राइटर्स बॉल कार्यक्रम में भी प्रवेश शामिल होगा।
हर वेन्यू की अलग थीम
चारबाग वेन्यू को हेरिटेज लुक में सजाकर पुराने दरकजों को सतरंगी रोशनी से रोशन किया गया है। इसके अलावा मुगल गार्डन की जगह सूर्य महल को लेखकों तथा साहित्यकारों के लिए व्हाइट थीम पर लुक दिया गया है। तो दरबार हॉल के सामने गणेश जी को स्थापित किया गया है। फेस्टिवल के सह निदेशक विलियम डेलरिम्पल ने ही हर वेन्यू को खास थीम दी है।
ये भी पढ़ें- Rajasthan Budget 2025: लोक कलाकारों की भजनलाल सरकार से गुहार, बजट में इन घोषणाओं की रखी मांग