Ajmer Dargah: निजामुद्दीन के औलिया की दरगाह के बारे में केंद्रीय मंत्री रिजिजू का कहना है कि निजामुद्दीन दरगाह में आना हमारे लिए किस्मत की बात है और प्रधानमंत्री की ओर से दी गई चादर को निजामुद्दीन से होते हुए अजमेर शरीफ को लेकर जाएंगे।
मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स का अवसर
केंद्रिय मंत्री रिजिजू प्रधानमंत्री द्वारा भेजी चादर को शनिवार के दिन यानि की 4 जनवरी को अजमेर शरीफ पर चढ़ाने के लिए जाएगें और पीएम मोदी के भाईचारे के संदेश को साथ ले जाएगें, भाईचारे के संदेश पर नरेन्द्र मोदी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर जीवन में खुशहाली और शांति की मुबारकबाद दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रिय मंत्री रिजिजू को दी चादर
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की, जिसमें पीएम मोदी ने रिजिजू और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दिकी को अजमेर दरगाह के लिए चादर देते हुए दिखाई दे रहे हैं। उस फोटो के कैप्शन में लिखा कि यह भाव भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत, सद्भाव और करुणा के स्थायी संदेश के लिए उनके गहरे सम्मान को दर्शाता है।
रगाह खादिम ने दिया एकता का संदेश
अजमेर दरगाह के खादिम और चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन हाजी सलमान चिश्ती ने नरेंद्र मोदी के द्वारा भेजी गई चादर का स्वागत किया और उनका कहना कि प्रधानमंत्री की तरफ से जो चादर भेजी गई है, वो देश के 140 करोड़ देशवासियों को एक तोहफा है।
फिर हुई मंदिर को दरगाह से जोड़ने की कोशिश
मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स का अवसर पर अजमेर की दरगाह में हर साल उर्स मनाया जाता है, जिसके दौरान किसी हिन्दू संगठन ने इस दरगाह के तल 76 में एक मंदिर होने का संदेह व्यक्त किया गया है। जिससे विवाद खड़ा हो गया था, हालांकि हाई कोर्ट ने देश कई भागों में ऐसी याचिकाओं पर किसी भी अदालती कार्रवाई दायर करने पर रोक लगाने कि घोषणा जारी की हैं।
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