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Rajasthan Government: राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने रामजल सेतु परियोजना (पूर्ववर्ती ईआरसीपी ) की तर्ज पर अब वेस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना(डब्लूआरसीपी) को आगे बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं।

Rajasthan Government: राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने रामजल सेतु परियोजना (पूर्ववर्ती ईआरसीपी ) की तर्ज पर अब वेस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना(डब्लूआरसीपी) को आगे बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं। यह महत्वाकांक्षी परियोजना पश्चिमी राजस्थान के लोगों के लिए जीवनदायिनी है। इसके पूर्ण हो जाने से 9 जिलों का कायाकल्प हो जाएगा। सीएम भजनलाल द्वारा जयपुर में की गई संभाग स्तर के नेताओं की समीक्षा बैठक में जोधपुर संभाग के विधायकों ने इस विषय को उठाया था। तभी सीएम ने भी जल्द इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया था।

जानें क्या है डब्लूआरसीपी?

बता दें 1966 में राजस्थान-गुजरात सरकार के मध्य माही जल बंटवारे को लेकर एक समझौता हुआ था। समझौते के मुताबिक माही नदी के सरप्लस पानी को 350 किमी लंबी एक नहर के जरिए राजस्थान के जालोर-बाड़मेर तक लाना था। अब नई आवश्यकताओं, संभावनाओं को देखते हुए इस पानी को जोधपुर संभाग के जिलों तक लाने पर मंथन चल रहा है। इसे ही डब्लूआरसीपी परियोजना कहते हैं। इसके अंतर्गत आने वाले पश्चिमी राजस्थान के 9 जिलों को इसका लाभ मिलेगा। इसके लिए गुजरात सरकार की स्वीकृति आवश्यक है।

डब्लूआरसीपी परियोजना के लाभ

डब्लूआरसीपी भी ईआरसीपी परियोजना की भांति पश्चिमी राजस्थान के लिए गेम चेंजर मानी जा रही है। सीएम भजनलाल जानते हैं कि यदि राज्य को बहुआयामी विकसित अर्थव्यवस्था बनाना है, तो राज्य को पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था से औद्योगिक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कमजोर कड़ी पर काम करना होगा। अतः पानी की समुचित व्यवस्था बेहद आवश्यक होगी। डब्लू आरपीसी के पूरा होने पर गिरते भूजल-स्तर को नियंत्रित किया जा सकेगा।

वहीं कैनाल बन जाने से कृषि का रकवा बढ़ना शुरू हो जाएगा, जिससे कृषि आधारित उद्योग विकसित होंगे। सबसे बड़ा संकट रोजगार के लिए होने वाला पलायन रोकने में मदद मिलेगी। जब राज्य को प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध हो जाएगा तो पेयजल योजनाओं के साथ ही उद्योग धंधों के लिए भी पानी मिल जाएगा।

कब तक होगी पूरी?

पिछले सत्र में जब यह विषय सदन में उठाया गया था, तब सरकार ने भी माना था कि प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट आ चुकी है। इससे पहले जोधपुर संभाग के मंत्रियों ने सीएम आवास पर हुई बैठक में सीएम भजनलाल से मुलाकात की थी। तब यह कहा गया था, कि प्री-फिजिबिलिटी पर काम चल रहा है।

विधायक भैराराम सियोल द्वारा लिखे पत्र पर बताया गया कि अंतिम रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। जैसे ही संभावनाएं बनती हैं तत्काल डीपीआर रिपोर्ट तैयार कर दी जाएगी और अगले 6 माह से 1 एक साल के अंदर यह परियोजना धरातल पर आ जाएगी।

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