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Rajasthan Budget 2025: क्या आपने कभी सोचा है कि विधानसभा सत्र में बजट की चर्चा के जब बीच कोई विधायक गले में पोस्टर लटकाकर पहुंचे तब क्या हो? जी हां कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी ने ऐसा ही कुछ किया और ‘नीमकाथाना जिला वापस करो’ की मांग उठाई।

Rajasthan budget 2025: क्या आपने कभी सोचा है कि विधानसभा सत्र में बजट की चर्चा के बीच कोई विधायक गले में पोस्टर लटकाकर पहुंचे और उसे लेकर बवाल मचा दे?" बिल्कुल ऐसा ही कुछ हुआ जब राजस्थान की विधानसभा में कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी पहुंचे, और उन्होंने गले में एक पोस्टर पहना हुआ था, जिस पर लिखा था नीमकाथाना जिला वापस करो।

विधानसभा में विधायक गले में पोस्टर लटका कर पहुंचे तो?

राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 31 जनवरी 2025 से शुरू हो चुका था और पहले दिन ही कांग्रेस के एक विधायक ने ऐसा कदम उठाया, जिसने पूरी सियासत को हिलाकर रख दिया। कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी ने गले में 'नीमकाथाना जिला वापस करो' का पोस्टर लटकाकर विधानसभा में कदम रखा। उनके इस कदम ने ना सिर्फ राजनीतिकी, बल्कि जनता की आंखों में भी एक नया सवाल खड़ा कर दिया।

कांग्रेस का मोदी सुरेश मोदी

सुरेश मोदी, जो राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना से विधायक हैं, उन्होंने विधानसभा में पहुंचते ही एक बयान दिया, जो तुरंत चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने कहा, "मैंकांग्रेस का मोदी हूं, दूसरे मोदी बीजेपी के हैं।" यह बयान आते ही सुरेश मोदी ने नीमकाथाना को फिर से जिले का दर्जा देने की मांग को एक नए तरीके से उठाया। उनका कहना था कि राजस्थान की भाजपा सरकार ने नीमकाथाना के साथ भेदभाव किया है। उन्होंने विधानसभा में कहा कि जब बाकी इलाकों में नए जिले बनाए गए थे, तोनीमकाथाना को क्यों नजरअंदाज किया गया।

नीमकाथाना का मुद्दा

2020 में, राजस्थान सरकार ने नीमकाथाना को एक नए जिले के रूप में घोषित किया था, लेकिन जब भजनलाल शर्मा की सरकार ने सत्ता संभाली, तो उसने 9 जिलों और 3 इलाकों को वापस ले लिया। इनमें से एक था नीमकाथाना। इस कदम ने स्थानीय जनता को हिला कर रख दिया, और कई जगहों पर चक्का जाम और प्रदर्शन हुए। इस बदलाव के बाद से नीमकाथाना के लोग अपनी आवाज़ उठाते आ रहे हैं। सुरेश मोदी, जो नीमकाथाना के विधायक हैं, अब इसे विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाकरराजनैतिक हलचल पैदा करना चाहते थे।

क्या मिलेगा न्याय?

नीमकाथाना जिले को दोबारा से बहाल करने की मांग अब सिर्फ विधानसभा तक सीमित नहीं है। यह मामला अब कोर्ट तक पहुंच चुका है। मामले की सुनवाई जल्द ही होनेवाली है, और इसे लेकर जनता की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। सुरेश मोदी ने सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को उठाते हुए लिखा, "नीमकाथाना को जिला बहाली की मांग को लेकर आज 16वीं राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में जिलावापस करो के पोस्टर पहनकर मीडिया के माध्यम से जिला वासियों का संदेश देकर अपना विरोध दर्ज करवाया।"

सुरेश मोदी की पहल

राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन जब सुरेश मोदी के इस कदम ने सबको चौंका दिया, तो सवाल उठने लगा कि क्या उनकी आवाज़ विधानसभा के गलियारोंतक पहुंच पाएगी? क्या नीमकाथाना के लोग अपनी पुरानी पहचान को फिर से पा सकेंगे? उनकी पहल से यह साफ है कि नीमकाथाना जिले का मुद्दा सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी नहीं रह गया है। यह अब एक आंदोलन बन चुका है, जो स्थानीय जनता से लेकरअदालतों तक फैल चुका है।

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