Rajasthan News: राजस्थान का शिक्षा विभाग इस सूर्य सप्तमी की तिथि को एक नया इतिहास रचने जा रहा है। इस दिन 3 फरवरी 2025 को राजस्थान के सभी राजकीय तथा निजी शिक्षण संस्थान एक साथ सूर्य नमस्कार का आयोजन करेंगे। सुबह ठीक 10:15 बजे इस योग क्रिया के करने का समय निर्धारित किया गया है।
भजनलाल सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जानकारी देते हुए बताया कि सूर्य नमस्कार न केवल शारीरिक स्वास्थ्य की दिशा में लाभकारी है बल्कि यह भारतीय योग परंपरा के महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसमें उन्होंने छात्रों,शिक्षकों के साथ सभी आमजनों से जुड़ने का आह्वान किया है।
क्रीड़ा भारती संस्था करेगी सहयोग
सूर्य नमस्कार के इस आयोजन में क्रीड़ा भारती राजस्थान के सभी शिक्षण संस्थानों का सहयोग करेगी। इस संस्था के विशेषज्ञों का एक दल विद्यालयों में जाकर न केवल सूर्य नमस्कार का महत्व समझाएंगे बल्कि नमस्कारासन तथा हस्तोत्तानासन जैसी कई योग क्रियाओं का मंच से प्रदर्शन करेंगे। इस पहल का लक्ष्य विद्यालयों के दैनिक प्रार्थना सभा का अभिन्न हिस्सा बनाने का है।
ताकि नई पीढ़ी को मानसिक रूप से स्वस्थ तथा आत्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत रहेगी। विद्यार्थियों को भी इस क्रिया को नियमित दिनचर्या में शामिल करने को प्रोत्साहित किया जाएगा। कक्षा 1-5 तक के विद्यार्थियों को भी सूर्य नमस्कार की कुछ क्रियाओं को करने में शामिल किया जाएगा। तो वहीं बीमार तथा शल्य चिकित्सा से गुजरे विद्यार्थियों को इस आयोजन से दूर रखा गया है।
जनभागीदारी से विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
शिक्षा मंत्री के अनुसार पिछले साल जहां 78974 स्कूलों के माध्यम से 1.33 करोड़ विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। वहीं इस बार जन भागीदारी को बढ़ाकर अपना ही एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की गई है। इस दिशा में 20 मिनट के इस आयोजन में राज्य के सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, एसएमसी, एएसडीएमसी तथा सभी गणमान्य व्यक्तियों को इससे जोड़ा जाएगा।
यह केवल शिक्षा विभाग का नहीं बल्कि पूरे राज्य का गौरव बढ़ाने वाला अभियान है। इसलिए इस साल इस संख्या को बढ़ाने के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
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