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Rising Rajasthan 2024: राइजिंग राजस्थान से प्रदेश के युवाओं को काफी उम्मीद है। भजनलाल की सरकार ने अभी तक 32 लाख करोड़ का MOU कर लिया है। चलिए आपको बताते हैं इस समिट से युवाओं के लिए किन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

Rising Rajasthan 2024: राइजिंग राजस्थान 2024 को लेकर प्रदेश में चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों की उम्मीदें तब और भी ज्यादा बढ़ जाती है जब इस तरह के किसी कार्यक्रम में पीएम मोदी का नाम जुड़ जाता है। इसके पीछे कारण भी स्वाभाविक है। पीएम मोदी के लिए इसमें प्रदेश के भागीरथ भजन लाल शर्मा मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। उम्मीद है कि इस समिट से प्रदेश के युवाओं को रोजगार के काफी अवसर मिलेंगे।

12 क्षेत्रीय सत्र के क्या हैं मायने?

राइजिंग राजस्थान 2024 के दौरान 12 क्षेत्रीय सत्र शामिल हैं, जिनमें जल संरक्षण, टिकाऊ खनन, टिकाऊ वित्त, समावेशी पर्यटन, कृषि कारोबार नवाचार और महिलाओं के नेतृत्व वाली स्टार्टअप शामिल हैं। स्वाभाविक है कि इन क्षेत्रीय विषयों के लिए इनवेस्टरों को क्षेत्रीय लोगों की ही आवश्यकता होने वाली है।

किसी भी प्रदेश में अगर इन्वेस्टर्स दिलचस्पी दिखाते हैं, तो इसमें कोई शक नहीं है कि फिर उस प्रदेश को डेवलपमेंट के लिए इंतजार करना पड़े। बात राजस्थान की करें तो यह निवेशकों के लिए पहले से पहली पसंद रही है। ऐसे में राइजिंग राजस्थान जैसे कार्यक्रम निश्चय ही यहां के लोगों के लिए डेवलपमेंट और रोजगार के लिए नए रास्ते खोलेंगे। इससे सबसे ज्यादा अगर किसी को फायदा होना है, तो वह प्रदेश का युवा वर्ग ही है, क्योंकि इंवेस्टमेंट हमेशा से अपने रोजगार के नए मौके लेकर आता है।

सीएम भजनलाल शर्मा का है ये विजन

सीएम भजनलाल शर्मा के लिए सीएम पद चुनौतियों से भरा रहा है। अचानक से सीएम पद संभालने के बाद से मुख्यमंत्री को कई अग्नि परिक्षाओं से गुजरना पड़ा है। इस दौरान सीएम भजनलाल प्रदेश के लिए किए गए कुछ विशेष कार्यों के लिए चर्चा में भी रहे। राइजिंग राजस्थान के संबंध में सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि उनका विजन आने वाले 5 सालों में प्रदेश की जीएसडीपी को दोगुना कर 350 अरब डॉलर का करना है।

राजस्थान में इन जिलों को होगा फायदा

राइजिंग राजस्थान 2024 के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने 32 देशों के निवेशकों के साथ प्रदेश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान कई मायने में महत्वपूर्ण प्रदेश है। इसके पीछे कारण समझाते हुए पीएम मोदी ने बताया कि राजस्थान देश की दो बड़े आर्थिक केंद्र दिल्ली और मुबंई को जोड़ता है। उन्होंने अपने संबोधन में ये भी बताया कि राजस्थान के अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जैसे जिलों को इसका फायदा होने वाला है।

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