यदि आप राजस्थान की पिंक सीटि घूमने का प्लेन बना रहे हैं, तो अपनी लिस्ट में इस जगह को जरूर एड करें, क्योंकि यहां ना केवल देश के लोग बल्कि विदेश से लोग यहां इस संग्रहालय को देखने और इसके इतिहास को जानने के लिए आते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको राजस्थान के जयपुर में स्थित अल्बर्ट हॉल संग्रहालय के बारे में बताएंगे। दरअसल अल्बर्ट हॉल संग्रहालय महाराजा रामसिंघ के द्वारा तैयार किया गया था। साल 1887 में इसे जनता के लिए खोला गया था। यह म्यूजियम राम निवास गार्डन में स्थित है। यह म्यूजियम पर्यटकों की सूची में सबसे पहले शामिल होता है। चलिए आपको इस म्यूजियम के बारें में विस्तार से बताते है।
विदेशी राजा के स्वागत में बनवाया गया था संग्रहालय
आपको बता दें कि यह संग्रहालय हवा महल से केवल 10 मिनट दूर है। इस म्यूजियम की स्थापना 6 फरवरी 1876 में रखी गई थी, जब प्रिंस ऑफ वेल्स अल्बर्ट एडवर्ड जयपुर घूमने आए थे। उनके नाम पर ही इस म्यूजियम का नाम रखा गया था। इस इमारत के नाम के बाद इस हॉल में क्या बनाया जाए इस पर कई लोगों ने अपने विचार पेश किए थे। जैसे कई लोगों ने कहा कि इसे सांस्कृतिक या फिर शैक्षिक उपयोग के लिए बनाया जाए।
वहीं महाराजा सवाई राम सिंह चाहते थे कि यह इमारत एक टाउन हॉल बनें। इसके बाद डॉ थॉमस होबिन हेंडली ने सुझाव दिया कि इसे स्थानीय कारीगरों को शिल्प कलाकारी के बनाया जाए। जयपुर के महाराजा सवाई माधो सिंह को यह विचार काफी पसंद आया और उन्होंने इस इमारत को 1880 में शिल्पकारों की कलाकृति के लिए बनाने के फैसला लिया। इसके सात साल बाद यानि 1887 में इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया।
संग्रहालय खुलने का समय और टिकट
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय हफ्ते के सातों दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है इसके बाद शाम 7 से रात 10 बजे तक इसे आम लोगों के लिए खोला जाता है। यदि यहां की टिकट की बात करें तो भारतीयों के लिए 40 रूपए की टिकट लगती है, वहीं विदेशी पर्यटकों की टिकट 300 रूपए की होती है।