Rajasthan Gufa: राजस्थान के जोधपुर में एक ऐसी रहस्मय गुफा स्थित है जिसके बारें में कहा जाता है कि इस गुफा का रास्ता सीधे पाताल लोक की ओर जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार जब रावण मंदोदरी से शादी करने के लिए लंका से मंडोर गया था, उस समय रावण की सैना इसी गुफा के माध्यम से मंडोर पहुंची थी। इस गुफा को कई लोग रावण की बारात का रास्ता भी कहते है। रहस्मय गुफा के अंत में क्या है इसका पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है।
पहाड़ी के ऊपर स्थित है चामुंडा माता का मंदिर
जानकारी के लिए बता दें कि यह गुफा दईजर पहाड़ी के निचे बनी हुई है। इस पहाड़ी के ऊपर चामुंडा माता का ऐतिहासिक और प्राचीन मंदिर स्थित है। इस मंदिर की सेवा शताधिक महंत बाल स्वरूप से कर रहे है। माना जाता है कि उनके दादा गुरू सेवाराम जी कई दर्शक पहले यहां की बेरी गंगा में स्नान करने आए थे। उन्होंने ही इस जगह की खोज की थी। तब से लेकर आजतक दूर-दूर से श्रद्धालु माता के दर्शन करने आते है। मंदिर के पास ही चामुंडा और ब्रह्माणी माता की मूर्तियां बनी हुई है। इसी के करीब सेवाराम जी की समाधि बनाई गई है।
आस्था के प्रमुख केंद्र
प्रदेश के प्रमुख और खास आस्था केंद्रों में से एक मानी जाती है दईजर की पहाडियां। ज्यादातर लोग अधिरमास में होने वाली भौगिशैल परिक्रमा में यहां आकर माथा टेकते है। खास अफसरों और त्यौहारों के समय मेले का आयोजन किया जाता है। माता के नौ दिन मां चामुंडा के मंदिर में भक्तों की बारी भीड़ उमड़ती है। एक समय ऐसा था जब इन गुफाओं में हिंसक वन्यजीवों का निवास हुआ करता था, लेकिन वन घटने के बाद यहां प्राकृतिक जीवों की संख्या में कमी हो गई है।