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Rajasthan 5 Powerful Kings: राजस्थान के कई ऐसे शासक हुए हैं, जिनके आगे मुगल भी हार मान लेते थे। उनकी पराक्रम और वीरता की कहानियां आज भी पढ़ाई जाती है। चलिए आपको उन 5 शाषकों के बारे में बताते हैं।

Rajasthan 5 Powerful kings: राजस्थान के इतिहास की बात करें तो यहां की घरती पर कई राजाओं-महाराजाओं ने राज किया। लेकिन इस घरती ने कई ऐसे शासक देश को दिए जिनके आगे दुश्मनों ने भी हार मान ली। यहां के किले हो यहां भी महल हर इमारत इस बात का सबूत है कि राजपूत राजाओं की पराक्रम और वीरता के आगे कोई नहीं टिक पाया। आज इस लेख में हम आपको राजस्थान के उन 5 वीर राजाओं के बारें में बताने जा रहे हैं, जिनके साहस के किस्से आज भी लोगों में जोश भरने के लिए सुनाए जाते हैं। 

1. हम्मीर देव चौहान (1283-1301)

वह मध्यकालीन युग के राजा हम्मीर देव चौहान चौहान वंश के आखिरी राजा थे, जिन्होंने रणस्तंभपुर पर राज किया था। उन्होंने कई को हिंदू राजाओं को हराकर पड़ोसी राज्यों पर जीत हासिल की थी। वे रणथंभौर किले के सबसे गौरवशाली राजा के रूप में जानें जाते हैं। आज भी यह किला उनके पराक्रम की कथा बयां करता है। 

2. राणा कुम्भा (1433-1468) 

'हिंदू सुल्तान' के नाम से प्रसिद्ध राणा कुंभा उस समय में मेवाड़ राज्य के सबसे प्रतिष्ठित शासक थे। उन्होंने लगभग 2 किलों का नवीनीकरण कराया था, जिनमें से सबसे लोकप्रिय कुंभलगढ़ किला है, जो आज विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। 

3. हेम चंद्र विक्रमादित्य (1501-1556)

हेम चंद्र विक्रमादित्य आदिल शाह सूरी के सेनापति थे। उन्होंने आदिल शाह के लिए अफगानों और मुगलों की करीब 22 युद्ध जीते थे। साल 1556 में हेमू ने अकबर की सेना को दिल्ली में धूल चटाई थी, जिसके बाद से उनका नाम विक्रमादित्य रख दिया गया। साल 1556 में पानीपत की दूसरी लड़ाई में वे मारे गए थे। 

4.महाराणा प्रताप सिंह (1540-1597)

राजस्थान के ही नहीं बल्कि भारत के सबसे शक्तिशाली राज्यों की सूची में महाराणा प्रताप सिंह का नाम शामिल किया जाता है। भले ही साल 1576 में हल्दीघाटी की लड़ाई में उनकी पराजय हुई लेकिन उन्होंने अकबर के खिलाफ युद्ध जारी रखा और अपना क्षेत्र वापस ले लिया। आज प्रदेश के चावंड शहर में महाराणा प्रताप की छतरी यानि स्मारक बनाई गई है, जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं।  

5. महाराजा सूरज मल (1707-1763)

जाट राजाओं में से एक महाराजा सूरज मल भरतपुर के एक शक्तिशाली शासक थे, जिन्होंने संचयी सेनाओं के खिलाफ युद्ध में अपनी वीरता और रणनीतियों को दिखाया। साल 1763 में नवाब नजीब विज्ञापन-दौला के खिलाफ युद्ध में मारे गए थे।

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