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Best 6 Museums of Rajasthan: कहा जाता है कि भारत के इतिहास को समझना हो तो राजस्थान के इतिहास को समझना जरूरी हो जाता है। राजस्थान के इतिहास को समझने के साथ-साथ ऐहसास करने के लिए आपको वहां के संग्रहालय के दर्शन करने होंगे।

Best 6 Museums of Rajasthan: संग्रहालय किसी भी स्थान के वह धरोहर हैं, जो उस स्थान के इतिहास का बखान करते हैं। अगर बात राजस्थान के संग्रहालयों की हो तो यह लाजमी है कि वहां के संग्रहालय खास होंगे। क्योंकि राजस्थान एक ऐसी भूमि रही है, जिसका भारतीय इतिहास के हर काल में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। चाहे वह प्राचीन काल हो या मध्यकाल हो या आधुनिक काल, राजस्थान ने हर समय अपनी पहचान को बरकरार रखा और यह बात यहां के संग्रहालय हो को देखकर साफ समझ आता है।

अल्बर्ट हॉल म्यूजियम, जयपुर

19वीं सदी में बना अल्बर्ट हॉल संग्रहालय राजस्थान का सबसे पुराना संग्रहालय है, जिसे सवाई राम सिंह द्वितीय द्वारा बनाया गया था। जयपुर में स्थित इस संग्रहालय में प्राचीन सिक्के, मूर्तियां, चित्रकला, हथियार और मिस्र की मम्मी का संग्रह है। अल्बर्ट हॉल म्यूजियम में आने वाले पर्यटकों का विशेष आकर्षण यहां की जयपुर ब्लू पॉटरी और मिस्र की 2300 वर्ष पुरानी मम्मी है। अगर इस म्यूजियम की वास्तुकला की बात की जाए, तो इसका निर्माण इंडो-सरासेनिक शैली में किया गया है।

सिटी पैलेस म्यूजियम, उदयपुर

पिछोला झील के किनारे स्थित सिटी पैलेस म्यूजियम उदयपुर जिले में है। यह म्यूजियम महाराणा फतेह सिंह द्वारा संजोई गई वस्तुओं, महाराणा प्रताप के जीवन पर आधारित चित्रों और कृष्ण लीला आदि के लिए प्रसिद्ध है। यह संग्रहालय मेवाड़ राजवंश के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है। महाराणा फतेह सिंह द्वारा सजाई गई वस्तुओं को फतेह प्रकाश गैलरी के नाम से जाना जाता है।

जूनागढ़ म्यूजियम, बीकानेर

जूनागढ़ किले के अंदर स्थित यह म्यूजियम हाथी हौदा, पालकी, लोक कला और हस्तशिल्प की अनूठी वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध है। यह संग्रहालय बीकानेर के राजसी वैभव और सैन्य इतिहास को संरक्षित करता है। प्रदर्शनी की बात करें तो यहां हथियार, शाही वस्त्र, पांडुलिपियां और 19वीं शताब्दी की चित्रकला का प्रदर्शन भी होता है।

मेहरानगढ़ म्यूजियम, जोधपुर

यह म्यूजियम मेहरानगढ़ फोर्ट के भीतर बना हुआ है। शाही पालकियां, संगीत वाद्य यंत्र, हाथीदांत और चांदी के फर्नीचर यहां की प्रदर्शनी में देखने को मिलते हैं। इसके अलावा, यहां का विशेष आकर्षण सुनहरे चित्र और शाही पारंपरिक वस्त्र हैं। यह संग्रहालय मारवाड़ के राजवंश और उनकी परंपराओं को प्रदर्शित करने का कार्य करता है।

प्रताप म्यूजियम, चित्तौड़गढ़

यह संग्रहालय मुख्यतः महाराणा प्रताप से संबंधित वस्तुओं के लिए बनाया गया है। इस संग्रहालय में महाराणा प्रताप का कवच, तलवारें और शाही वस्त्र रखे गए हैं। इसके अलावा, यहां का विशेष आकर्षण हल्दीघाटी युद्ध से संबंधित स्मृतियां, महाराणा प्रताप का बायोडाटा और मेवाड़ के अन्य योद्धाओं की कहानियां हैं। यह संग्रहालय महाराणा प्रताप के बलिदान और शौर्य की गाथा का एक संग्रह माना जाता है।

राजस्थान स्टेट म्यूजियम, अजमेर

यह म्यूजियम राजस्थान के इतिहास और प्राचीन सभ्यताओं को जानने का उत्कृष्ट स्रोत माना जाता है। इस म्यूजियम का विशेष आकर्षण सांभर और नागौर क्षेत्र के पुरातात्विक अवशेष हैं। इस संग्रहालय में प्राचीन मूर्तियों, सिक्कों, हथियारों, शिलालेखों और हस्तलिपियों की प्रदर्शनी भी लगती है।

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