Bhangarh Fort Fact: राजस्थान में घूमने के लिए एक से एक जगह है। उन्हीं जगहों में से एक भानगढ़ का किला भी शामिल है, जो सिर्फ देश में नहीं, बल्कि विदेशों में भी फेमस है। भानगढ़ के किले को एशिया का सबसे भूतिया जगह माना जाता है। आज आपको इस किले के बारे में कई रोचक तथ्य बताने वाले हैं, जिससे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। राजस्थान के अलवर जिले में स्थित भानगढ़ किला बेहद ही डरावना और भूतिया है। यह किला एशिया का सबसे डरावना भूतिया काला है।
इस किले के बारे में ऐसा कहा गया है कि सूर्योदय होने से पहले और सूर्यास्त होने के बाद इसके दर कोई नहीं जाता। रात के समय में इस किले के अंदर से अजीब-अजीब और डरावनी आवाजें आती हैं। इस किले में घूमने वाले पर्यटक शाम होने से पहले ही वापस आ जाते हैं। शाम होने के बाद इस किले में कोई पर्यटक नहीं रुकता और ना ही अंदर जाता है। ऐसी मान्यता है कि शाम होने के बाद जो कोई व्यक्ति अंदर गया वह कभी भी वापस लौट कर ही नहीं आया।
किले का निर्माण इस राजा ने करवाया था
इतिहास के अनुसार भानगढ़ किले का निर्माण 17वीं शताब्दी में राजा माधो सिंह ने करवाया था और कुछ जानकारी के मुताबिक भानगढ़ किले का निर्माण 1573 ई में आमेर के राजा भगवान दास ने करवाया था। बाद में इस किले को भगवान दास के सबसे छोटे बेटे माधो सिंह ने अपना रहने का स्थान बना दिया था। माधव सिंह के बाद उसके पुत्र छत्र सिंह ने यहां शासन किया। छात्र सिंह के बेटे अजब सिंह ने भानगढ़ के पास ही एक और किले अजबगढ़ का निर्माण करवाया था।
अंदर से इस तरह दिखाई देता है किला
भानगढ़ का किला चारों ओर से अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यह किला अलवर जिले के सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान के एक किनारे पर स्थित है। इसके किले के अंदर कुछ हवेलियों के खंडहर दिखाई देते हैं। इसके किले में एक बाजार है, इसके आसपास की सारी दुकानें नष्ट हो चुकी है। यह किला वर्षा ऋतु में सबसे सुंदर दिखाई देता है। क्योंकि इस समय किले के चारों ओर की पहाड़ियों हरियाली से भर जाती हैं।
तांत्रिक के श्राप से श्रापित है भानगढ़ किला
इस किले को लेकर एक कहानी काफी प्रचलित है। यहां की राजकुमारी रत्नावती हुआ करती थी। रत्नावती बहुत ही ज्यादा सुंदर थी। इसकी सुंदरता से एक तांत्रिक इतना मोहित हो गया कि वह तांत्रिक हर हाल में राजकुमारी को पाना चाहता था, किंतु ऐसा होना बिल्कुल भी संभव नहीं था। राजकुमारी को पाने के लिए तांत्रिक ने एक चाल चली थी। जब राजकुमारी का स्वयंवर होने जा रहा था, तो राजकुमारी की दासी तेल लेने के लिए बाजार गई हुई थी। इस बात का पता तांत्रिक को चल गया।
उस तांत्रिक ने उस तेल के ऊपर जादू से एक सम्मोहित होने वाला मंत्र डाल दिया। परंतु रास्ते में जाते हुए दासी के हाथ से तेल की शीशी एक चट्टान पर गिर गई। चट्टान पर तेल गिरते ही वह चट्टान तांत्रिक की ओर जाने लगी और उस तांत्रिक के पास जाकर उसके ऊपर गिर गई। उस चट्टान के नीचे आने के कारण तांत्रिक की मृत्यु हो गई। तांत्रिक ने मरते समय उस राजकुमारी और किले को नष्ट होने का श्राप दे दिया।
भानगढ़ के एक और योगी की कहानी
इस किले को लेकर ये कहानी भी प्रचलित है। भानगढ़ में एक बलूनाथ नाम का योगी तपस्या करता था। जब भानगढ़ किले का निर्माण होने वाला था, तब इस योगी ने राजा के सामने एक शर्त रखी थी। योगी ने राजा से कहा आप किला तो बना लो, किंतु इस किले की परछाई मेरे तपस्या स्थल पर नहीं पड़नी चाहिए। किले की ऊंचाई बनते बनते इतनी हो गई कि इस किले की परछाई योगी के तपस्या स्थल पर पड़ गई। इस बात से योगी इतना ज्यादा नाराज हो गया कि उसने भानगढ़ को ध्वस्त होने का श्राप दे दिया। बालू नाथ योगी की समाधि स्थल आज भी भानगढ़ में मौजूद है।
भानगढ़ किले में हो चुकी है कई मूवी की शूटिंग
भानगढ़ किले के अंदर एक गोपीनाथ मंदिर स्थित है। इस मंदिर में करण-अर्जुन फिल्म का एक गाना यह बंधन तो प्यार का बंधन है की शूटिंग हुई थी। इस फिल्म में शाहरुख खान और सलमान खान एक्टर थे। ममता कुलकर्णी इस फिल्म की हीरोइन थी। जानकारी के मुताबिक ऐसा बताया जाता है की शूटिंग के दौरान सलमान खान और शाहरुख खान भी डर गए थे। इसके किले के अंदर झांसी की रानी सीरियल की भी शूटिंग हुई थी। एक और रियलिटी शो रोडीज के कई एपिसोड इस किले के अंदर सूट हो चुके हैं।
यह किला इतना डरावना है कि भारत कि पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने इस किले में शाम होने के बाद जाने से मना किया है। एक बार पांच पत्रकार एक खबर शूट करने किले के अंदर गए थे और वह पांचो पत्रकार गायब हो गए। यह बात भी सच है कि इस किले में भूत रहते हैं। पर्यटक आने के साथ-साथ यहां पर तांत्रिक भी तंत्र साधना करने आते हैं। तांत्रिक इस जगह पर चोरी छुपी साधना करते हैं। इस क्षेत्र में ऊपरी पहाड़ी पर एक छतरी बनी हुई है जिसे तांत्रिक क्रिया करने वाली छतरी कहते हैं।
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